कोल कंपनियो की मनमानी नहीं सहेंगे : वित्त मंत्री

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बड़कागांव : कर्णपुरा विस्थापित विकास समिति द्वारा वन भोज सह मिलन समारोह का आयोजन डाड़ीकला स्थित शहीद मैदान में किया गया । संचालन रियासत हसन ने किया। मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ,विशिष्ट अतिथि पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ,पूर्व विधायक सह कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अंबा प्रसाद शामिल हुई। समिति के द्वारा उपस्थित अतिथियों को माला पहनाकर और शॉल ओढाकर व बुके देकर स्वागत किया गया । मौके पर झारखंड प्रदेश के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि बड़कागांव की आबो हवा एवं प्राकृतिक सुंदरता कश्मीर की तरह है। परन्तु कोल कंपनियो के कारण वातावरण पर बुरा प्रभाव पड रहा है इसे कंपनियो को गंभीरता से लेना चाहिए ’ कंपनियां झारखंड की धरती पर माइनिंग कर रही है ।लेकिन उन्हें हमेशा संविधान के विस्थापन नीति के नियमों के अनुसार काम करना होगा। क्योंकि संविधान सर्वोपरी है। नीति और नियम के तहत ही जनता को मुआवजा मिलनी चाहिए। इसके लिए मैं मंच से ही बैठे-बैठे संबंधित अधिकारियों को आदेश दिया हूं कि हजारीबाग परिमंडल के कमिश्नर के नेतृत्व में जनता एवं कंपनी के बीच वार्ता करावे । और वार्ता की रिपोर्ट झारखंड सरकार को सौंप दे। मैं उसे देखूंगा, कानून के तहत जो प्रावधान होगा ,हम उसी के तहत काम करेंगे। माइनिंग कंपनी से मैं कहना चाहता हूं कि विस्थापन नीति जो कहता है ,वही करें झारखंड में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में गरीबी एवं पिछड़े की सरकार बनी है। इसलिए यह सरकार जनता की सुख दुख में हमेशा काम आएगी। मंत्री आगे यह भी कहा कि क्षेत्र की जनता एकता बनाए रखें, क्योंकि एकता में ही आपकी शक्ति है । इसी में आपकी सफलता है। उन्होंने आगे कहा की मैं 1980 में पहली बार विधायक बना अब तक छह बार विधायक रहा। इस दौरान कई बार हारा हूं और मैं हार कर भी जनता के बीच रहा जनता का साथ नहीं छोड़ा । इसीलिए जनता ने मुझे मंत्री बना दिया। पूर्व मंत्री योगेंद्र साव ने मंत्री का ध्यान आकृष कराते हुए कहा कि झारखंड में विस्थापन आयोग का गठन हो और अम्बा प्रसाद के चुनाव हारने को लेकर उन्होंने कहा कि अंबा प्रसाद नहीं बल्कि क्षेत्र की जनता चुनाव हारी है ।अंबा प्रसाद क्षेत्र के विकास के लिए एवं जनता के कल्याण के लिए 24 घंटा लगी रहती हैं। अंबा प्रसाद का हारना क्षेत्र के लिए दुर्भाग्य है। कोरोना काल में भी विधायक अंबा प्रसाद अंबा रसोई चलाई , किसी को भूख से मरने नहीं दी। चुनाव अंबा प्रसाद जीतती ,तो आज मंत्री होती और बडकागांव का विकास तेजी से होता ’ कहाँ चुक हुई है हमें और आप जनता को समझना होगा। विस्थापन की लड़ाई के लिए आज भी हम तैयार हैं। आपके अधिकार के लिए आपके साथ लड़ाई के लिए तैयार हैं यहां के लोग विस्थापन का दंश झेल रहा है।
पूर्व विधायक सह कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अंबा प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार विस्थापितों को लेकर गंभीर नहीं है। विस्थापन के आंदोलन को लेकर मेरा संघर्ष जारी रहेगा। अंबा प्रसाद ने मंत्री को विस्थापन ,रोजगार, पुनर्वास, मुआवजा को लेकर ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि 2013 अधिनियम के तहत ही भूमि अधिग्रहण हो। विस्थापन का कट ऑफ डेट परिवार की गिनती वर्तमान तिथि एवं उम्र सीमा के तहत