ईडी ने होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारावास में सोमवार की शाम छापेमारी कर कुछ सीसीटीवी फुटेज जब्त किए हैं. दरअसल, ईडी को ये सूचना मिली थी कि बिरसा मुंडा केंद्रीय कारावास में रांची के पूर्व निंलबित आईएएस छवि रंजन और प्रेम प्रकाश मिले थे.
बिरसा मुंडा केंद्रीय कारावास में छापेमारी के लिए ईडी ने कोर्ट में दिया था आवेदन
ईडी के अधिकारियों ने पीएमएलए कोर्ट में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारावास में छापेमारी के लिए आवेदन दिया था और कोर्ट से सर्च वारंट जारी करने का निवेदन किया था. ईडी के अधिकारियों ने कोर्ट में बताया कि जमीन खरीद-बिक्री मामले में छवि रंजन के साथ-साथ अमित अग्रवाल और प्रेम प्रकाश का भी नाम सामने आ रहा था. वहीं, सूचना थी कि जेल में प्रेम प्रकाश और छवि रंजन की मुलाकात हुई है. इसको लेकर जेल की सीसीटीवी फुटेज की जांच जरूरी है. इसके बाद कोर्ट ने 15 मई को सर्च वारंट जारी कर दिया.
सोमवार को बिरसा मुंडा केंद्रीय कारावास में चली छापेमारी, फुटेज बरामद
सर्च वारंट जारी होने के बाद ईडी की टीम सोमवार को करीब 3:00 बजे बिरसा मुंडा केंद्रीय कारावास पहुंची और जेल अधिक्षक से मिलने की बात कही. अधिक्षक वहां नही थे. तो ईडी के अधिकारियों ने उनके आने का इंतजार किया. जेल अधिक्षक जैसे ही आए. ईडी ने उनको सर्च वारंट थमा दिया. इसके बाद छापेमारी शुरू हुई.
सीसीटीवी में दिखा प्रेम प्रकाश, गमछे से चेहरा ढक मिला छवि रंजन से
इस छापेमारी के दौरान ईडी के अधिकारियों ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की और फुटेज में पाया की शाम के अंधेरे में प्रेम प्रकाश ने अपने चेहरे को गमछे से ढक कर छवि रंजन से मिलने उनके कोठरी में गया. वह शाम के 6: 41 में छवि रंजन के कोठरी में घुसा और 7: 36 में बाहर आया. ये मुलाकात 5 मई को हुई थी.
आपको बता दें कि जेल के नियम अनुसार सूरज डूबने के बाद कैदियों को अपने सेल से निकलने की मनाही रहती है. उनके सेल बंद कर दिए जाते हैं. इसके बाद भी प्रेम प्रकाश अपने सेल से निकला और छवि रंजन से मिला. ऐसे में जेल के अधिकारियों पर सवाल उठता है. साथ ही जब छवि रंजन से प्रेम प्रकाश को लेकर ईडी ने सवाल किया था तो छवि रंजन ने प्रेम प्रकाश को पहचाने से इनकार कर दिया था. छवि ने प्रेम प्रकाश से कभी नहीं मिलने की बात कही थी. हालांकि अब चीजें थोड़ी साफ नजर आ रही है. जंहा प्रेम प्रकाश के द्वारा जमीन- खरीद बिक्री में संलिप्त होने की पुष्टि की जा सकती है.