Ashutosh Jha
काठमांडू : कोसी कॉरिडोर 220 केवी डबल सर्किट प्रसारण लाइन (कॉरिडोर) का उद्घाटन कार्यक्रम में भाग लेने भारतीय विद्युत, आवास तथा शहरी मामलों के मंत्री मनोहरलाल खट्टर नेपाल आने वाले हैं। ऊर्जा, जलस्रोत तथा सिंचाई मंत्री दीपक खड्का के निमंत्रण पर उनका मंगलवार सुबह नेपाल पहुंचने का कार्यक्रम तय हुआ है। उक्त प्रसारण लाइन का संयुक्त रूप से उद्घाटन मंत्री दीपक खड्का और उनके समकक्ष भारतीय मंत्री खट्टर द्वारा किया जाएगा। संखुवासभा से इनरुवा तक 141 किलोमीटर लंबी यह प्रसारण लाइन भारतीय एक्ज़िम बैंक की सहायता से वर्ष अक्टूबर/नवंबर 2017 से निर्माणाधीन थी।
ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार संखुवासभा स्थित बसन्तपुर, बानेश्वर, तुम्लिङटार और ढुंगेसाँघु में निर्मित 220 केवी के चार सबस्टेशन और पूरी प्रसारण लाइन का उद्घाटन किया जाएगा। कोसी करिडोर के अंतर्गत बानेश्वर–बसन्तपुर 33 किलोमीटर, बसन्तपुर–ढुंगेसाँघु 35 किलोमीटर और बसन्तपुर–इनरुवा 74 किलोमीटर लंबी प्रसारण लाइन का निर्माण पूरा हो चुका है। भोजपुर, संखुवासभा, तेहरथुम और ताप्लेजुङ जिलों में निर्माणाधीन जलविद्युत् परियोजनाओं की विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इस कोरिडोर का निर्माण किया गया है। नेपाल विद्युत प्राधिकरण ने निजी क्षेत्र की 28 जलविद्युत परियोजनाओं से 516 मेगावाट बिजली इस प्रसारण लाइन से जोड़ने हेतु विद्युत खरीद समझौता (PPA) किया है। इस कॉरिडोर के अंतर्गत तुम्लिङटार–बसन्तपुर खंड से लगभग 1,000 मेगावाट, ढुंगेसाँघु (ताप्लेजुङ)–बसन्तपुर खंड से 1,000 मेगावाट और बसन्तपुर से इनरुवा खंड से लगभग 2,000 मेगावाट बिजली प्रवाहित की जा सकेगी। इसे पूर्वी नेपाल की विद्युत आपूर्ति के लिए एक मुख्य अवसंरचना के रूप में देखा जा रहा है। यह कॉरिडोर न केवल पूर्वी नेपाल में उत्पादित बिजली के प्रवाह को सुनिश्चित करेगा, बल्कि भारत के साथ विद्युत व्यापार में भी इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
वर्ष 2016 से निर्माणाधीन यह परियोजना भारत सरकार के रियायती ऋण के तहत 90 मिलियन अमेरिकी डॉलर और नेपाल सरकार के 22 मिलियन डॉलर, कुल 112 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लागत से पूर्ण हुई है, जिसकी जानकारी नेपाल विद्युत प्राधिकरण ने दी है। कॉरिडोर के पैकेज–2 के अंतर्गत (इनरुवा, बसन्तपुर, बानेश्वर (चैनपुर) और तुम्लिङटार) में सबस्टेशन निर्माण हेतु पहली जुलाई 2016 को ठेका(टेंडर)आमंत्रित किया गया था। उस समय कैलाश देव बिल्ड इंडिया एस लिमिटेड (KDB–S JV) ने सबसे कम बोली प्रस्तुत की थी। नेपाल विद्युत प्राधिकरण ने 22 फरवरी, 2017 को KDB–S JV के साथ ठेका समझौता किया था। बाद में यह ठेका रद्द कर दिया गया और पहले चरण में खर्च हो चुके बजट को समेटते हुए दूसरे चरण में 18 महीनों के भीतर निर्माण कार्य पूरा करने की जिम्मेदारी लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड को सौंपी गई, जिसकी बोली करीब 57 करोड़ 10 लाख नेपाली रुपए अधिक थी। उस समय प्राधिकरण के कार्यकारी निदेशक कुलमान घिसिङ थे। प्राधिकरण के अनुसार, इस प्रसारण लाइन के पूर्ण क्षमतापूर्वक संचालन में आने से कोसी प्रदेश के सभी जिलों में स्थायी और गुणवत्तापूर्ण विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। कोरिडोर के अंतर्गत संखुवासभा के बानेश्वर, तुम्लिङटार और बसन्तपुर में 220/132/33 केवी क्षमता के तीन सबस्टेशन और इनरुवा सबस्टेशन में ‘बे एक्सटेंशन’ का कार्य पूरा किया गया है।