Eksandesh Desk
हजारीबाग: ग्रिजली पब्लिक स्कूल में गुरु पूर्णिमा का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। महर्षि वेदव्यास जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में प्रधानाचार्या, संयोजक-संयोजिका, शिक्षकगण और बच्चों ने महर्षि वेदव्यास के छायाचित्र पर फूल अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि दी। विद्यालय के इस आयोजन से छात्रों में महर्षि वेदव्यास के प्रति सम्मान और आदर की भावना बढ़ी, और उन्हें उनके आदर्शों और मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित किया गया। इस प्रकार के आयोजनों से छात्रों को हमारी सांस्कृतिक विरासत और महान व्यक्तित्वों के बारे में जानने का अवसर मिलता है। गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें छात्रों ने अपने गुरुजनों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त की। इस अवसर पर शिक्षकों को सम्मानित करने के लिए बच्चों के द्वारा विशेष समारोह आयोजित किया गया। अपने गुरुजनों के प्रति सम्मान और आदर की भावना प्रदर्शित की, जो कि एक आदर्श छात्र के गुणों में से एक है।
कक्षा आठवीं के आरव हिसारिया ने वेदव्यास की जीवनी पर भाषण दिया और अपने भाषण में वेदव्यास के जीवन और उनके योगदान को विस्तार से बताया। आरव ने वेदव्यास के महाभारत और पुराणों के रचनाकार के रूप में उनके महत्व को उजागर किया और उनके जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला। वेदव्यास के जीवन के बारे में कई रोचक तथ्य शामिल थे, जैसे कि उनका जन्म और उनके गुरु, और कैसे उन्होंने महाभारत और अन्य प्राचीन ग्रंथों की रचना की। आरव के भाषण ने दर्शकों को वेदव्यास के जीवन और कार्यों के बारे में जानने का अवसर प्रदान किया और उन्हें प्रेरित किया।
विद्यालय के प्राचार्या महोदया निरजा ने कहा हमें महर्षि वेदव्यास के आदर्शों पर चलना चाहिए। शिक्षकों और बड़ों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। हिंदू धर्म में एक पूजनीय ऋषि, जिन्हें वेदों को संकलित करने और महाभारत की रचना करने का श्रेय दिया जाता है उन्हें भगवान विष्णु का अवतार और सात चिरंजीवियों में से एक माना जाता है, जिन्हें अमर माना जाता है। सत्यवती और ऋषि पाराशर के घर जन्मे, उन्हें उनके श्याम वर्ण और एक द्वीप पर जन्म के कारण कृष्ण द्वैपायन नाम मिला। बाद में वेदों को व्यवस्थित और विभाजित करने में उनकी भूमिका के कारण उन्हें वेद व्यास के नाम से जाना गया। विद्यालय परिवार की एकजुटता और सहयोग की भावना ने इस कार्यक्रम को यादगार बना दिया।
विद्यालय में वेदव्यास जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्रों और शिक्षकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इनमें संयोजक-साकेंदर कुमार, संयोजिका-अर्चना चंदन, शिक्षक-काशीनाथ कुमार, प्रदीप सुरीन, रतन पांडे, सूरज कुमार, चंदन कुमार, अविनाश कुमार, मुकेश कुमार कुशवाहा, मुकेश कुमार साव, दीपक कुमार, रोहित कुमार सिंह एवं शिक्षकाएँ-रश्मि सूद, चैताली घोष, सोनी गुप्ता, अर्चना सिंहा और समस्त विद्यालय परिवार के सदस्यों ने सक्रिय भूमिका निभाई।