झारखंड में बारिश का दौर जारी, चंदवा में सबसे अधिक 205 मिमी बारिश रिकॉर्ड, स्वर्णरेखा और खरकई नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर

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Eksandeshlive Desk

रांची/पूर्वी सिंहभूम : झारखंड के विभिन्न जिलों में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है। 24 घंटों के दौरान राज्य में सबसे अधिक बारिश लातेहार जिले के चंदवा में 205 मिमी रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग ने अगले कुछ और दिनों तक बारिश होने की संभावना जताई है। वहीं स्वर्णरेखा और खरकई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है। इससे आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग ने स्थिति को गंभीर मानते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और ज़रूरत पड़ने पर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी है।

माह के अंत तक भारी से हल्की बारिश का अनुमान : मौसम विभाग ने इस माह के अंत तक राज्य के विभिन्न जिलों में कहीं भारी, तो कहीं हल्की बारिश होने का अनुमान लगाया है। साथ ही इस दौरान 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने और आकाशीय बिजली गिरने की भी आशंका जताई गयी है। इसे लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट भी जारी किया है। राजधानी रांची की बात करें, तो यहां पिछले 24 घंटे के दौरान लगातार बारिश दर्ज की गई। इससे आमजन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। सड़कों पर पानी भर गया। इससे आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। भारी बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इससे लोगों को ठंड महसूस हुई। लगातार खराब मौसम का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है। सर्दी-जुकाम, खांसी और विभिन्न तरह के बुखार की चपेट में लोग आ रहे हैं।

किस जिले में कितनी बारिश दर्ज : झारखंड में पिछले 24 घंटों के दौरान जिन जिलों में भारी बारिश दर्ज की गई, उनमें घाटशिला 198.4 मिलिमीटर, मनोहरपुर 186 मिमी, सिसई 162, मयूरहंद 136.6, कच्चा चट्टी 124.8, रांची 128.8, चाईबासा 120.1, कुडू 119, धालभूमगढ़ 113.6, चांडिल 11 2.2, बुढ़मू 110.6, मुसाबनी 107.2, बरकट्ठा 106, खलारी 100, कुमारडूबी 97.8, बोड़ाम 96.4, पथलगड्डा 95.6, लोहरदगा 95, नामकुम 93.4, गुदड़ी 92.4, हंटरगंज 88.5, पोटका 86.2, सोनू 86, जमशेदपुर 85.2, बालूमाथ 85, चाकुलिया 82.6, सरायकेला खरसावां 82, मझगांव 81.2, अड़की 80.8, चैनपुर 79, नीमडीह 76.4, रामगढ़ 72, धुरकी 65.5, मंझारी 65.3, पालगंज 62, भुरकुंडा 59, पांकी 58.5, सिमडेगा 57, कर्माटांड़ 56, तांतनगर 55.6, मैथन 55, पुटकी 47.4 मिलिमीटर शामिल है।

प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील : स्वर्णरेखा नदी, जो आम तौर पर 121.50 मीटर को खतरे का स्तर मानी जाती है, रविवार सुबह मापे गए आंकड़ों के अनुसार 122.12 मीटर तक पहुंच गई है। यह माप मंगो ब्रिज साइट पर लिया गया, जहां पानी का तेज बहाव और लगातार बढ़ता जलस्तर चिंता का कारण बन रहा है। इसी तरह खरकई नदी का जलस्तर भी आदित्यपुर ब्रिज साइट पर 131.18 मीटर तक पहुंच गया है, जबकि इसका खतरे का निशान 129 मीटर निर्धारित है। दोनों नदियों में आई इस अचानक बढ़ोतरी ने प्रशासन को सतर्क कर दिया है। आसपास के निचले क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बनने लगी है और आशंका जताई जा रही है कि यदि बारिश का यही सिलसिला जारी रहा, तो हालात और बिगड़ सकते हैं। प्रशासन ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी है और राहत और बचाव दलों को अलर्ट पर रखा गया है।

आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें : लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल प्रशासन द्वारा जारी आधिकारिक सूचनाओं पर ही भरोसा करें। साथ ही, नदी के किनारे या जलभराव वाले इलाकों में अनावश्यक रूप से जाने से बचें। प्रशासन ने चेताया है कि आवश्यकता पड़ने पर प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को अस्थायी राहत शिविरों में स्थानांतरित किया जा सकता है। जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और हर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। नागरिकों से अनुरोध किया गया है कि वे सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।

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