Eksandeshlive Desk
रांची : रांची विश्वविद्यालय में वर्षों से चली आ रही परीक्षा परिणामों में देरी, पीएचडी प्रवेश परीक्षा 2024 और छात्र संघ चुनाव को ठंडे बस्ते में डालने के खिलाफ ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) के नेतृत्व में विश्वविद्यालय प्रशासनिक भवन का घेराव शनिवार को किया गया। इस दौरान आइसा की राज्य अध्यक्ष विभा पुष्पा दीप ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र पूरी तरह अनियमित हो चुका है। स्नातक और स्नातकोत्तर परीक्षाओं के परिणाम महीनों तक लंबित रखे जा रहे हैं, जिससे छात्रों की आगे की पढ़ाई और रोजगार दोनों प्रभावित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएचडी प्रवेश परीक्षा 2024 का आयोजन न होना शोधार्थियों के भविष्य के साथ खुला मज़ाक है।
आइसा की रांची जिला सचिव संजना मेहता ने कहा कि आज विश्वविद्यालय का विधि विभाग पर बार काउंसिल ऑफ इंडिया डिग्री को अवैध यह कहकर घोषित कर दिया है विधि की पढ़ाई यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट/स्कूल/कालेज में हो सकती है, जबकि यहां इंस्टीट्यूट के नाम से है। आइसा रांची जिला अध्यक्ष विजय कुमार ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के नाम पर गुणवत्तापूर्ण और रोजगारपरक शिक्षा को कमजोर किया जा रहा है। छात्र महंगी और गैर-ज़रूरी फीस के बोझ तले दबे हैं, जबकि बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। यदि प्रशासन ने जल्द सकारात्मक कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा। इस दौरान आइसा ने कुलपति के नाम कुलसचिव को ज्ञापन सौंपते हुए परीक्षा परिणामों को समय पर जारी करने और सत्र को नियमित करने सहित अन्य मांगें रखी। मौके पर आइसा की सोनाली केवट, छुटुराम महतो, सत्य प्रकाश, निखिल राज, डीएसपीएमयू के अध्यक्ष शालीन कुमार, सुनील सोरेन सहित अन्य मौजूद थे।
