सैंडीह में आयोजित आदिवासी जागरण मंच का मिलन समारोह में शामिल हुए विधायक व जिप सदस्य
Amit Ranjan
सिमडेगा: पाकरटाड़ प्रखंड के सिकरियाटाड़ पंचायत के सैंडीह में आदिवासी जागरण मंच का मिलन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में विधायक भूषण बाड़ा उपस्थित थे। विधायक के साथ जिप सदस्य जोसिमा खाखा, प्रमुख रजत लकड़ा भी उपस्थित थे। विधायक ने आदिवासी जागरण मंच को मजबूत बनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी जागरण मंच के सदस्य आदिवासियों का चहुमुंखी विकास करने की दिशा में पहल करें। आज भी आदिवासी समाज पीछड़ेपन से जुझ रहा है। अंधविश्वास, गरीबी और बेरोजगारी समाज के विकास में रोड़ा बना है। आदिवासी समाज के बच्चों में उच्च शिक्षा की कमी है। अपने हक और अधिकार के प्रति जागरुकता का भी आभाव है। इसे मंच के सदस्य दूर करें। आदिवासी समाज के लोगों को उनके हक और अधिकार की जानकारी दें। मौके पर जिला उपाध्यक्ष अजीत लकड़ा,वरीय जिला उपाध्यक्ष जॉन्सन मिंज,सिमडेगा लोक सभा प्रभारी रोशन बरवा,विधायक प्रतिनिधि माइकल खड़िया, विधायक प्रतिनिधि सह आदिवासी जागरण मंच अध्यक्ष लुसियन मिंज, मुखिया जसिंता उरांव, मुखिया ज्योति प्रकाश कुल्लू, मुखिया बिनीता खाखा, मुखिया रेखा तिग्गा, उप मुखिया टागरेन्न मिंज, समीर किंडो, काशी लाल नायक, सलीम तिर्की, प्रतिमा कुजूर, नीला नाग, प्रेमा बड़ा, उर्मिला केरकेट्टा, पूनम लकड़ा, ज्योति, पंचायत अध्यक्ष सह आदिवासी जागरण मंच संरक्षक जकरियास मिंज, योतम केरकेट्टा, सलीम डुंगडुंग, जॉन डुंगडुंग, ईमानुवाल तिर्की, शशिभूषण तिर्की, रंजित सोरेंग, विकास बिलुंग, विक्टोर खेस, जेनेभिभा लकड़ा, शनि साइमन तिर्की, अटल मिंज, क्रिस्टोफर होरा, किशोर मिंज, रितेश मिंज, प्रदीप एक्का, सुधीर डुंगडुंग, अजय लकड़ा, नीलिमा मिंज, बिनीता सोरेंग, प्रेमा मिंज, एंजेला डुंगडुंग, सिबेस्टर मिंज, एनसीएल ,प्रेम किरो, जेवियर सोरेंग आदि भारी संख्या में आदिवासी महिला पुरुष शामिल थे।
युवाओं को नशापान से दूर कर उच्च शिक्षा के लिए करें प्रेरित: जोसिमा खाखा
वहीं जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि युवाओं को नशापान से दूर कर उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित करें। आदिवासी समाज में व्याप्त बुराईयों को हम सभी को मिल दूर करना है। आदिवासी जागरण मंच आदिवासी समाज को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभा सकती है। उन्होंने कहा कि विधायक भूषण बाड़ा आदिवासी समाज को सशक्त और मजबूत बनाने का काम कर रहे हैं। आदिवासी समाज को हक और अधिकार दिला रहे हैं।