कुमार कुलदीप
टंडवा (चतरा):आम्रपाली कोल परियोजना क्षेत्र में रेस्ट हाउस का देखरेख का एक साल का टेंडर 95 लाख रुपये का निकला था।जिसका काम 42 प्रतिशत कम रेट में बसंत बिहार नामक कंपनी को मिला था।काम मिलनें के बाद रेस्ट हाउस का काम एवं देख रेख कि जबाबदेही कंपनी द्वारा केयर टेकर नागेश्वर राम को सौपी गई थी।नागेश्वर राम ने बताया की पिछले अगस्त 2023 से लेकर नबम्बर 2023 तक का 4.50 लाख रुपये का बिल भुगतान करनें हेतू जब ओभरसियर रामभजु के पास गया तो रामभजु ने कहा कि बिल तब हिं बनेगा कि जब 6 प्रतिशत कमीशन दोगे।तभी रामभजु ने नागेश्वर से कहा कि इस पैसे में एसओ सी विपिन साहब को भी देना पड़ता है।तुम 25,000 हजार जब तक नहीं दोगे तबतक बिल नहीं बनेंगा।रामभजु नें नागेश्वर को कहा कि 25,000 रुपया अशोक राम को दे दो तब हिं काम होगा।नागेश्वर राम बार- बार बिनती कर थक गया। नागेश्वर राम घूस नहीं देना चाहता था।नागेश्वर राम ने इसकी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक एसीबी, सीबीआई राँची से किया । पुलिस अधीक्षक के द्वारा मामले के सत्यापन करवाया गया सत्यापन के बाद मंगलवार 19 मार्च को सीबीआई टीम के द्वारा जाल बिछाया गया।नागेश्वर राम द्वारा जैसे रामभजु के दलाल अशोक राम को पैसा दिया गया सीबीआई द्वारा अशोक राम को रंगेहाथ घूस लेते गिरफ्तार किया।उसके बाद ओभरसियर रामभजु को गिरफ्तार किया गया।दोनों की गिरफ्तारी के बाद सीबीआई अधिकारी आगे की कारवाई में जुट गये है।