ओडिशा के बालासोर में 2 जून की शाम दर्दनाक रेल हादसा हुआ. बालासोर से करीब 40 किलोमीटर आगे बेंगलुरु हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस, शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस और एक मालगाड़ी हादसे की शिकार हुईं. यह टक्कर कितना भयावह था इसका अंदाजा आप इसी चीज से लगा सकते हैं कि अभी तक 280 यात्रियों की मारे जाने की खबर है. वहीं, 900 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है.
इस हादसे के लेकर जहां रातनितिक पार्टियों के लोग शोक व्यक्त कर रहे हैं. वहीं दुसरी तरफ रेल मंत्री अश्विन वैष्णव से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि रेल मंत्री को इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए.
बंगाल की तृणमूल कांग्रेस ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से हादसे की जिम्मेवारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग की है. टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र ऐसे हादसों को रोकने के लिए ट्रेनों में टक्कर रोधी उपकरणों इंस्टाल किए जाने के बजाय विपक्षी नेताओं की जासूसी करने के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करने पर करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है.
बनर्जी ने कहा-मोदी सरकार “जनता को गुमराह” करके राजनीतिक समर्थन हासिल करने के लिए वंदे भारत ट्रेनों और नवनिर्मित रेलवे स्टेशनों का का डींग हांक रही है, लेकिन सुरक्षा उपायों पर ध्यान नही दे रही है.
सीपीआई के सांसद बिनोय विश्र्वम ने मांगा इस्तीफा
सीपीआई के सांसद बिनोय विश्र्वम ने सराकर पर आरोप लगाया की सरकार सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर ध्यान दे रही है. उन्होने कहा -सरकार का फोकस सिर्फ लग्जरी ट्रेनों पर है. जिस ट्रेनों में ज्यादा लोग सफर करते हैं, उनके बारे में सरकार कुछ नहीं सोचती है. इसका सच आपको इस रेल हादसे में हुई मौतों से पता चल सकता है. इस हादसे की जिम्मेदारी लेते हुए रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. इस पर रेल मंत्री ने जवाब देते हुए कहा की अभी उनका सारा फोकस रेस्क्यू ऑपरेशन में है.