Ranchi: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का दौर फिर से शुरु हो चुका है. देशभर में कोरोना के आंकड़े काफी तेजी से बढ़ने लगे हैं. वहीं, बढ़ते मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की चिंता भी बढ गई है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोरोना के मामलों में तेजी से वृद्धि होते ही नई गाइडलाइंस जारी कर दी है. नए नियमों के मुताबिक एंटीबायोटिक्स का उपयोग तब तक नहीं किया जाना चाहिए, जब तक बैक्टीरियल इन्फेक्शन का क्लीनिकल संदेह नहीं हो जाए. नए गाइडलाइंस के मुताबिक इस बात पर ध्यान देना होगा कि कोरोना के साथ-साथ कोई अन्य वायरल इंफेक्शन नहीं हुआ हो. हल्की बीमारी पर सिस्टमिक और कार्टिको स्टैरायड नहीं लेने के सुझाव दिए गए हैं. शरीर के तापमान, ऑक्सीजन लेवल की नीगरानी, शारीरिक दूरी, इंडोर मास्क का उपयोग और ऑक्सीजन लेवल की निगरानी करने की आवश्यकता है.
नई गाइडलाइंस के ये हैं नियम
स्वास्थ्य मंत्रालय के दिशा-निर्देशों के मुताबिक सांस लेने में अगर कठिनाई, खांसी 5 से अधिक दिनों तक रहने पर नजदीकी डॉक्टर से तुरंत मिलें. इस गाईडलाइंस पर जनवरी महीने में चर्चा की गई थी. अगर गंभीर लक्षण या अधिक बुखार होने पर पांच दिनों पर रेमडेसिविर (पहले चार दिन 200 मिलीग्राम और उसके बाद अगले 4 दिनों के लिए 100 मिलीग्राम 4 0D) देने पर विचार किया जा सकता है.
राज्यों को लिखा गया था पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और परिवार कल्याण मंत्रालय ने पहले गुरुवार को महाराष्ट्र, तेलांगना, केरल, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु की राज्य सरकारों को परीक्षण, ट्रैक, उपचार और टीकाकरण की रणनीति का पालन करने के लिए पत्र लिखा था. इन राज्यों में कोविड-19 के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है.
कोरोना के वर्तमान आंकड़े
देश भर में पिछले कुछ महीनों में कोरोना के मामले में वृद्धि देखी गई है. देश में 129 दिनों के बाद एक दिन में कोरोना के 1000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं. इलाजरत मरीजों की संख्या बढकर 5,915 हो गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार सुबह 8 बजे तक के आंकड़ों के अनुसार देश में 24 घंटे के अंदर कोरोना के नए मामलों में 1,071 की वृद्धि दर्ज की गई है. कोरोना संक्रमण से राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल में एक–एक मरीज की मौत भी हुई है.