sunil verma
रांची: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में अमर शहीद पाण्डेय गणपत राय की जयंती प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय कांग्रेस भवन में मनाई गयी। इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजली अर्पित की। इस अवसर पर वक्ताओं ने देश को आजाद कराने में अमर शहीद पांडेय गणपत राय की भूमिका पर भी विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि इनके बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है। वे बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के थे तथा देश के प्रति उनके अंदर भक्ति का अंकुर बाल्यावस्था में ही फूट चुका था। वक्ताओं ने कहा कि अमर शहीद पांडेय गणपत राय कुशल रणनीतिकार थे। उनकी कुशाग्र बुद्धि ने 1857 की राज्य क्रांति को छोटा नागपुर पठार में एक ऊंचाई प्रदान की। गणपत राय को 21 अप्रैल 1858 को फांसी दी गयी। अंग्रेजों ने जब छल-बल से छोटानागपुर पर कब्जा करने की कोशिश की तो गणपत राय ने विरोध की पृष्ठभूमि तैयार की। बाल्यावस्था से हीं तलवार चलाना, शिकार खेलना इनका प्रिय शौक था। अंग्रेजों से देश को आजाद कराने में फिरंगियों से उन्होंने जमकर लोहा लिया, इनके कार्यो से हर युवा को प्रेरणा लेनी चाहिए। एक साजिश के तहत फिरंगियों ने इन्हें गिरफ्तार करवाया था। इस अवसर पर मुख्य रूप से राकेश सिन्हा, जगदीश साहु, निरंजन पासवान, रियाज अंसारी, केदार पासवान, अमीर हासमी, अमन अहमद, किशोर नायक तालीब हुसैन, अजय सिंह, राजीव प्रकाश चौधरी, राजीव रंजन प्रसाद, पवन कुमार, आयुष अग्रवाल, मो कैफ, रामानंद केशरी सहित अन्य कांग्रेसजन शामिल थे।