अंकिता हत्याकांड में दोषियों की सजा पर कोर्ट के फैसले का स्वागत किया, भाजपा

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sunil Verma
रांची: भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश उपाध्यक्ष आरती कुजूर ने कही कि अंकिता हत्याकांड पर कल जो निर्णय आया है और उसके तहत अंकिता के हत्यारे शाहरुख हुसैन और मों नईम को उम्र कैद कि सजा हुई है। उनका हम सब स्वागत करते है और सरकार से आग्रह करते है कि उच्च न्यायलय में सरकार अपील करे कि ऐसे दुर्दांत अपराधियो को फांसी की सजा हो। झारखंड की बेटियो की इज्जत लूटने और जान लेने पर उतारू लोगो को फांसी की सजा हो। पेट्रोल छिड़क कर जिस बच्ची अंकिता की हत्या हुई थी, यह एक घटना ऐसी नही है। इस तरह से प्रदेश में 6 हजार से ज्यादा बच्चियों की बलात्कार एवं हत्या हुई है उसके साथ भी ऐसी भयावह घटना हुई है। उन्होंने कहा अंकिता हत्याकांड में डीएसपी नूर मुस्तफा ने अंकिता को बालिग दिखाया और शाहरुख का उम्र नाबालिग दिखाया था इसकी मंशा यह थी कि शाहरुख को सजा नही हो। लेकिन भाजपा ने इस हत्याकांड पर जोरदार आंदोलन पूरे प्रदेश में किया, आंदोलन जोर पकड़ा तब डीएसपी ने उम्र को सुधार कर शाहरुख को बालिग किया।
श्रीमती कुजूर ने सरकार से पूछा कि बताए कि उस डीएसपी पर क्या कार्यवाई हुई जिसने इतना बड़ा अपराध किया था और हम पूछना चाहते है कि किसके कहने पर डीएसपी ने उम्र को छेड़छाड़ किया था।
कहा कि राज्य सरकार तुष्टिकरण और वोट बैंक की नीति से बाहर निकल कर अंकिता के हत्यारों को फांसी की सजा दिलाएं।कहा कि राज्य सरकार बताए कि एसटी-एससी की कितनी बच्चियों एवं ाहिलाओं के साथ दुष्कर्म एवं हत्या की घटनाएं हुई। कितने केस में फास्ट ट्रैक का गठन किया गया कितनो पर कार्यवाई की गई। इसमे सरकार की उदासीनता साफ दिखती है क्योंकि वो सभी पीड़िता गरीब परिवार से आते है।उन्होंने जोर देते हुए कहा कि राबिका पहाड़िया जिसको 50 से ज्यादा टुकड़ो में काट दिया गया था उसके हत्यारे भी आज जेल से बाहर आकर खुले में घूम रहे है। हत्यारे शाहरुख का तार प्रतिबंधित बांग्लादेशी संगठन अंसार उल बंगला से भी जुड़ा होने की बात सामने आई थी। इस मामले को भी दबा दिया गया। कहा कि अंकिता हत्याकांड के तुरंत बाद दुमका में ही 14 वर्षीय नाबालिग आदिवासी को अरमान अंसारी ने लव जेहाद के नाम पर फंसा कर गर्भवती किया और उसके बाद उसकी हत्या कर पेड़ पर लटका दिया।
प्रदेश भर में 6000 से अधिक बच्चियों एवं महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटना घटी। कितनों की दुष्कर्म के हत्या कर दी गई। 3000 से अधिका आदिवासी बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसी घटना घटी। प्रदेश में अनेको शर्मशार घटनाएं जिसको अनदेखा किया गया है। आज के प्र्रेस वार्ता में प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक एवं प्रदेश प्रवक्ता राफिया नाज उपस्थित थी ।