sunil Verma
रांची: बीएयू कांके स्थित कृषि संकाय के पौधा रोग विभाग द्वारा संचालित मशरूम उत्पादन यूनिट में अब सालों भर मशरूम का उत्पादन होगा और प्रशिक्षण दिया जाएगा । वर्ष 2022-23 में तत्कालीन कुलपति की पहल पर इस युनिट के संसाधन क्षेत्र में अनेकों सुधार से यह संभव हो पाया है ।इस यूनिट का आईसीएआर- नाहेप कास्ट परियोजना के सौजन्य से जीर्णोद्धार किया गया और आधुनिक सुविधा उपलब्ध कराई गई है । जिससे युनिट में मशरूम उत्पादन और प्रशिक्षण में काफी गुणात्मक सुधार आया है ।युनिट प्रभारी डा एन कुदादा ने बताया कि अब सालों भर विभिन्न प्रकार के मशरूम का उत्पादन संभव हो गया है । युनिट में सुविधाओं के विस्तार से कृषि स्नातक छात्रों के उद्यमिता विकास कार्यक्रमों को बल मिला है । साथ ही शोध कार्यो के अलावा मशरूम उत्पादन हेतु इच्छुक आम लोगों के प्रशिक्षण को गति मिली है। डा कुदादा ने बताया कि चालु मौसम में बड़े पैमाने पर बटन मशरूम का उत्पादन किया जा रहा है। युनिट में बटन मशरूम के उत्पादन में करीब दस गुणी बढोतरी हुई है । अब हरेक दिन औसतन 50 किलो शुद्ध एवं ताजे बटन मशरूम का उत्पादन हो रहा है । जिसे 200 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा है । मशरूम सेवन के शौकीन युनिट से ताजे बटन मशरूम को खरीद कर शाकाहारी नान वेज का स्वाद ले सकते है ।