Eksandesh Desk
गुमला: बचपन प्राइमरी स्कूल, ओल्ड डी ए वी कैंपस, बैंक कॉलोनी, दुन्दुरिया में आज एक भव्य विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यालय के नन्हे वैज्ञानिकों ने अपनी अद्भुत वैज्ञानिक प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्रातः 8 बजे से 11 बजे तक चले इस कार्यक्रम में छोटे-छोटे बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए विज्ञान के मॉडल आकर्षण का केंद्र रहे।
कार्यक्रम का संचालन मधुर संगीत और मिस कल्पना की प्रभावी घोषणाओं के साथ सुचारू रूप से चला। प्रदर्शनी में कक्षा 5 की छात्रा आरोही गुप्ता ने नॉन न्यूटोनियन फ्लूइड का प्रदर्शन किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा। इसी कक्षा की एंजल कुमारी, मानवी प्रिया और आशी मिश्रा द्वारा बनाया गया वाटर डिस्पेंसर भी लोगों को खूब पसंद आया। अमृत अर्णव ने फायर एक्सटिंग्विशर का मॉडल प्रस्तुत कर अपनी वैज्ञानिक सोच का परिचय दिया। कक्षा 6 की उन्नति उरांव के ऑर्गेनिक फार्मिंग और भविष्य के विकास से संबंधित मॉडल ने भी दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया।
कक्षा 2 की कृतिका कुमारी ने पृथ्वी की गति और विकास को दर्शाया, जबकि स्तुति उरांव ने हाथों की संरचना का मॉडल प्रस्तुत किया। कक्षा 3 की भाव्या तीसा ने वॉटर साइकिल और आल्या ने सोलर सिस्टम के मॉडल से सभी को प्रभावित किया। तेजस द्वारा प्रस्तुत पोर्टेबल कूलर और फैन जैसे कई अन्य रोचक मॉडलों ने भी दर्शकों का ध्यान खींचा। बच्चों ने अपने-अपने प्रोजेक्ट को जिस आत्मविश्वास और स्पष्टता के साथ समझाया, वह सभी को बहुत अच्छा लगा।
विद्यालय के निदेशक चंद्र शेखर गिरि ने इस अवसर पर कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी सामान्यतः कक्षा 6 से शुरू होती है, लेकिन विद्यालय बच्चों को कक्षा एक या दो से ही ऐसी गतिविधियों में शामिल करता है। इसका उद्देश्य यह है कि बच्चे भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों को आसानी से कर सकें और उनमें विज्ञान की समझ के साथ-साथ बोलने की क्षमता और आत्मविश्वास भी विकसित हो।
प्रिंसिपल अनुषा कुजूर ने इस सफल आयोजन के लिए अभिभावकों, सभी शिक्षिकाओं, विद्यालय कर्मचारियों और विशेष रूप से प्रतिभाशाली बच्चों को धन्यवाद दिया।
यह विज्ञान प्रदर्शनी न केवल बच्चों की वैज्ञानिक प्रतिभा को मंच प्रदान करती है, बल्कि उनमें जिज्ञासा, रचनात्मकता और आत्मविश्वास जैसे महत्वपूर्ण गुणों के विकास में भी सहायक सिद्ध होती है।