भाजपा चुनाव में 180 का आंकड़ा पार नहीं कर पायेगी : राजेश ठाकुर

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sunil verma
कांग्रेस के घोषणा पत्र से भाजपा में खलबली
रांची: कांग्रेस के घोषणा पत्र से भाजपा में खलबली मची हुई है जिसके चलते प्रधानमंत्री पूरी बौखलाहट में है। उक्त बातें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कांग्रेस भवन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते सोमवार को कहा।उन्होंने कहा कि भाजपा इस चुनाव में 180 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पा रही है,यह सर्वे उनकी खुद के एजेंसीयों द्वारा किया गया है, जिससे मोदी विचलित है 10 साल सत्ता में रहने के बाद जब आज देश चुनाव के मुहाने पर खड़ा है तब वह इन 10 सालों का अपना रिपोर्ट कार्ड दिखाकर वोट मांगने से डर रहे हैं। भाजपा घबरा गई है और वह फिर से अपनी घिसी-पिटी हिंदू मुसलमान की स्क्रिप्ट पर उतर आई है। कांग्रेस का घोषणा पत्र कागज नहीं बल्कि न्याय पत्र है और यह हर उस समस्या का समाधान है जो भाजपा ने अपने 10 वर्षों के शासनकाल में जनता पर लादी है। उन्होंने कहा कि आज देश में जब चुनाव मुहाने पर है और इसके साथ देश में पर्व का माहौल भी है तब हमें यह भी तय करना है कि पर्व की आड़ में वोटो का ध्रुवीकरण ना हो, हमें अफवाहों से बचना होगा क्योंकि भाजपा मतों के ध्रुवीकरण के लिए सांप्रदायिक माहौल बनाने में माहिर है। उन्होंने कहा कि चुनाव देश के संविधान को बचाने की लड़ाई है क्योंकि भाजपा को शुरू से ही देश के संविधान पर विश्वास नहीं था वह देश पर अपनी सांप्रदायिक विचारधारा थोपना चाहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इतने बौखलाये, डरे और भयभीत है कि हार सामने देखकर अनर्गल बातें कर रहे हैं। कांग्रेस के घोषणा पत्र में किसान, युवा,महिला सहित सभी वर्गों की छाप है इसलिए मोदी हर बार की तरह देश की जनता को मूल मुद्दे से भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस ने देश की जनता को जब भी जो गारंटी दी है उसे हमेशा पूरा किया है आज देश की जनता प्रधानमंत्री मोदी से पूछ रही है। संवाददाता सम्मेलन में पांच न्याय 25 गारंटी पर अखिल भारतीय कांग्रेस के प्रवक्ता ज्योति सिंह ने विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए बताया कि कांग्रेस के घोषणा पत्र के पांच न्याय स्तंभ है, जिसमें युवा न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय,श्रमिक न्याय, हिस्सेदारी न्याय शामिल है। इसके तहत खाली पड़ी 30 लाख नौकरियां में अविलंब भरती,अग्नि वीर योजना समाप्त करना,एम एसपी की गारंटी,जीएसटी मुक्त बीज ,खाद, कृषि उपक्रम, सरकारी नौकरी में महिलाओं को 50% आरक्षण,गरीब परिवार के महिला मुखिया को एक लाख सालाना, मनरेगा मजदूरी ?400 प्रतिदिन गिग वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा के अलावा आर्थिक और जातिगत जनगणना शामिल है।