Ashutosh Jha
काठमांडू : काठमांडू स्थित भारत के राजदूतावास ने भारत-नेपाल स्टार्टअप पार्टनरशिप नेटवर्क (इन स्पैन) के पहले कार्यक्रम की शुरुआत से संबंधित एक उन्मुखीकरण सत्र का आयोजन किया। यह कार्यक्रम अगले माह आरंभ होने जा रहा है। इन स्पैन का पहला कार्यक्रम दिसम्बर 2025 में आईआईटी मद्रास में प्रारंभ होने वाला है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारत और नेपाल के स्टार्टअप पारिस्थितिक तंत्रों के बीच बेहतर संवाद और सहयोग को बढ़ावा देना है। इस पहल के तहत नेपाल के स्टार्टअप प्रतिनिधियों के लिए आईआईटी मद्रास में 8 सप्ताह का पूर्णतः वित्तपोषित प्रशिक्षण और नवाचार कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम आईआईटी मद्रास प्रवर्तक के सहयोग से संचालित होगा, जिसमें प्रतिभागियों को प्रशिक्षण, परामर्श (मेंटरशिप) और इंटर्नशिप प्रदान की जाएगी।
भारतीय दूतावास परिसर में आयोजित सत्र में लगभग 100 प्रतिभागियों ने लिया भाग : आईआईटी मद्रास प्रवर्तक एक प्रमुख इनक्यूबेटर है, जिसने अब तक 46 स्टार्टअप्स को इनक्यूबेट किया है और इनमें से 14 ने सफलतापूर्वक अपनी तकनीकों का व्यावसायीकरण किया है। इस अवसर पर नेपाल के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की सचिव राधिका आर्याल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। उन्होंने अपने संबोधन में इस पहल की सराहना की। दूतावास परिसर में आयोजित इस सत्र में लगभग 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें विभिन्न स्टार्टअप्स, सरकारी विभागों, वाणिज्य मंडलों, रोबोटिक्स एसोसिएशन ऑफ नेपाल, NAS IT, फिनटेक एलायंस, एआई एसोसिएशन ऑफ नेपाल तथा शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल थे।लगभग 60 प्रतिभागियों ने बीरगंज तथा त्रिभुवन विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान, धरान परिसर से इस कार्यक्रम में आभासीय रूप (वर्चुअल रूप) में भाग लिया। आईआईटी मद्रास के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर एवं सेंटर फॉर ह्यूमन सेंट्रिक एआई के मुख्य वैज्ञानिक प्रो. गौरव रैना ने भी ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में भाग लिया और आईआईटी मद्रास तथा आईआईटीएम प्रवर्तक के नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र का परिचय प्रस्तुत किया। इससे पहले दिन में एक समान सत्र त्रिभुवन विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग संस्थान, पुलचोक परिसर में आयोजित किया गया था, जिसमें लगभग 70 छात्रों ने भाग लिया।
