अशोक वर्मा
मोतिहारी: दो दिनों से रुक-रुक कर जिले के विभिन्न भागों में लगातार बरसात हो रही है, किसान इस बरसात से प्रफुल्लित है तथा उनके सूखते धान की बाली को नया जीवन मिला है जिससे किसानो के चेहरे पर आशा की किरणे फैल गई है। कल तक किसान मायूस और हताश थे परंतु सावन के अंत एवं भादो के आरंभ की वर्षा ने उनके चेहरे पर मुस्कुराहट ला दी है। लेकिन बड़े दम खम के साथ नगर परिषद से नगर निगम बना खोखला साबित हुआ। नगर निगम की कोई भी सुख सुविधा नगर वासियों को देखने को नहीं मिली। अब तो डेढ़ साल में इसका टर्म भी पूरा हो जाएगा और लोगों के हाथ में बस निराशा आएगी।शहर की स्थिति यह हो गई है कि शायद ही कोई ऐसा मोहल्ला होगा जहां जल जमाव नहीं हुआ है। शहर में सबसे नारकीय स्थिति छतौनी अमृत मिडिल स्कूल क्षेत्र का है जहां लोगों का आना जाना बंद हो चुका है और महिलाएं तो घर में कैद हो गई है। पुरुष जैसे तैसे निकल पा रहे हैं। दूसरी ओर राजेंद्र नगर, शास्त्री नगर, बाजार समिति रोड, चमड़ा गोदाम रोड आदि पूरी तरह जलमग्न है और नगर निगम का पोल खोल रहा है। भाजपा नेता एवं नगर निगम के ऊपर मेयर डॉक्टर लालबाबू प्रसाद अपने बूता भर जल निकासी की व्यवस्था कर रहे हैं लेकिन सफल नही हो रहे है कारण कि शहर के सारे नाले बंद हो चुके हैं और घरवाले के साथ दुकानदारों ने नाले पर स्लैब डालकर जल निकासी और अवरूद्ध कर दिए हैं, परिणाम भी वे खुद भुगत रहे। वैसे सरकार और प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह शक्ति से नालों को साफ करवा दे ताकि जल निकासी हो सके लेकिन यह दुरूह कार्य कोई करना नहीं चाहता है, उन्हें अपना वोट बैंक खराब होने की संभावना दिखती है।
