चीनी दबाव के आगे झुका नेपाल, सिर्फ अनुदान लेने की शर्त से पीछे हटकर किए बीआरआई पर हस्ताक्षर

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Eksandeshlive Desk

काठमांडू : नेपाल और चीन के बीच अंततः बेल्ट एंड रोड इनिसिएटिव परियोजनाओं के कार्यान्वयन को लेकर एक फ्रेमवर्क पर हस्ताक्षर हो गए हैं। प्रधानमंत्री केपी ओली के चीन भ्रमण के आखिरी दिन बुधवार को बीजिंग में नेपाल के विदेश सचिव अमृत राई और चीन की तरफ से नेशनल डेवलपमेट एंड रिफॉर्म कमिशन के उपाध्यक्ष ली सुशे ने बीआरआई फ्रेमवर्क सहयोग नामक दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए।

प्रस्तावित अनुदान शब्द को हटाकर सहयोग शब्द लिखा गया

प्रधानमंत्री ओली के सचिवालय ने बीआरआई समझौते पर हस्ताक्षर होने की जानकारी देते हुए एक फोटो सार्वजनिक किया है। इस तस्वीर में न तो प्रधानमंत्री खुद दिख रहे हैं और न ही विदेश मंत्री डॉ. आरजू देउवा दिख रही हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद ढकाल ने बताया कि नेपाल की तरफ से प्रस्तावित अनुदान शब्द को हटाकर उसमें सहयोग शब्द लिखने के बाद हस्ताक्षर हुए हैं। प्रधानमंत्री के चीन भ्रमण से पहले नेपाल सरकार की कैबिनेट ने बीआरआई अंतर्गत सिर्फ अनुदान दिए जाने की शर्त पर बीआरआई समझौते पर हस्ताक्षर करने का निर्णय लिया था, लेकिन चीन ने नेपाल के प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया। यही कारण है कि मंगलवार को चीन के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ मुलाकात के समय समझौते पर हस्ताक्षर नहीं हो पाए थे। प्रधानमंत्री की वापसी से कुछ घंटे पहले बुधवार को चीन की शर्तों पर हस्ताक्षर किये गए हैं।