दादी का मुख्य स्लोगन था मैं कौन मेरा कौन: बीके सुनिता बहन

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ब्रह्माकुमारीज की अंतर्राष्ट्रीय मुख्य प्रशासिका रही दादी जानकी की चतुर्थ पुण्य स्मृति आत्मिक भाव से मनाई गई

अशोक वर्मा

मीरगंज: ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग मेडिटेशन सेंटर द्वारा ब्रह्माकुमारी की अंतरराष्ट्रीय हेड रही तथा भारत सरकार के स्वच्छता अभियान का ब्रांड एंबेसडर रही दादी जानकी की चतुर्थ पूर्ण स्मृति दिवस वैश्विक आध्यात्मिक जागृति दिवस “के रूप में मनाया गया। सेवा केंद्र इंचार्ज राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सुनिता बहन ने दादी जी के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दादी जानकी 21 वर्ष की उम्र में 1937 में यज्ञ में समर्पित हुई और 104 वर्ष की आयु में संपूर्णता को प्राप्त कर अव्यक्त हुई। दादी गुणों की खान थी। दादी जी के तैल चित्रों पर पुष्प अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि दादी जी के कार्यकाल में यह संस्था विश्व के 100 से अधिक देशों में भारत का आध्यात्मिक ज्ञान पहुंचाया। अमेरिका के यूनिवर्सिटी में आयोजित कार्यक्रम में वैज्ञानिकों ने दादी जी के मस्तिष्क की जांच की और सर्वश्रेष्ठ विश्व की स्टेबल महिला का टाइटल मिला। कार्यक्रम में उपस्थित रहने वालों में प्रदेश महासचिव जदयू व्यावसायिक एंव उधोग प्रकोष्ठ मैनेजर सोनी,नगर परिषद उपाध्यक्ष धनंजय यादव,विनोद भाई दिवाकर बाबा ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के संचालन के दौरान बीके विनोद भाई ने कहा कि दादी समस्त विश्व में नारी शक्ति के लिए प्रेरणास्रोत थी। दादी का जीवन सच्चाई और सादगी का मिसाल रहा। स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत अभियान के ब्रांड एंबेसडर के रूप में उन्होंने पूरे भारत में स्वच्छता के प्रति जागृति लाने का अभिनव प्रयास किया। वक्ताओं में भाई बहनों ने कहा कि दादी जी आज भले ही शारीरिक रूप से हमारे बीच नहीं है किंतु फरिश्ते रूप में आज भी हमारे साथ है और इस यज्ञ को चला रही है। कार्यक्रम में उपस्थित रहने वालों में बीके अनन्ता बहन, बीके रिंकी बहन, बीके तारा माता, बीके कुमकुम माता, बीके मालती माता, बीके कमलावती माता, कौशल्या माता, शामपति माता, झूना माता, फुलझड़ी माता, डाक्टर ब्रह्मदेव चौधरी, पूर्व सब इंस्पेक्टर सूर्यदेव प्रसाद, बूचन माता, आरती माता, टुनटुन भाई केदार भाई आदि थे। कई भाई बहनों को सम्मानित किया गया।