Ranchi: समाहरणालय परिसर में पलाश आजीविका दीदी कैफे में सामान्य व्यंजनों के अलावा झारखंड के पारंपरिक जनजातीय व्यंजन का भी लुत्फ लिया जा सकेगा. कैफ़े में “झार आहार” मेन्यू में झारखंड के पारंपरिक जनजातीय व्यंजन लोगों को मिल सकेगा. समाहरणालय ब्लॉक A परिसर में आज से पलाश आजीविका दीदी कैफे की शुरुआत हो गई है. कैफे के शुभारंभ के बाद उपायुक्त, राहुल कुमार सिन्हा ने पूरी व्यवस्था का जायजा लिया. किचन में जाकर उपायुक्त ने साफ-सफाई और व्यंजनों को बनाने में उपयोग किए जाने वाली सामग्री का भी जायजा लिया. उपायुक्त ने कहा कि महिला समूह द्वारा बनाए जाने वाले प्लेट का इस्तेमाल करें. साथ ही उन्होंने कहा कि साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें और कचरा डस्टबिन में ही फेंका जाए, इसे सुनिश्चित करें. उपायुक्त द्वारा कैफे को संचालित करने वाली दीदीयों को समन्वय स्थापित कर कैफे में आने वाले लोगों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया.
झारखंड के पारंपरिक जनजातीय व्यंजन का ले सकेंगे लुत्फ़
समाहरणालय परिसर में पलाश आजीविका दीदी कैफे में सामान्य व्यंजनों के अलावा झारखंड के पारंपरिक जनजातीय व्यंजन का भी लुत्फ लिया जा सकेगा. कैफे में “झार आहार” मेन्यू में झारखंड के पारंपरिक जनजातीय व्यंजन का स्वाद अब लोग ले सकेंगे.
मौके पर ये रहे मौजूद
समाहरणालय ब्लॉक A परिसर में आज से पलाश आजीविका दीदी कैफे की शुरुआत हो गई. रांची डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने दीदी कैफे का फीता काटकर शुभारंभ किया. इस दौरान जिला योजना पदाधिकारी, विनय कुमार, डीपीएम जेएसएलपीएस, दिव्यदीप सिंह और अन्य संबंधित पदाधिकारियों के अलावा कैफे को संचालित करने वाली दीदीयां उपस्थित थी.