चतरा : स्थानीय कृषि विज्ञान केन्द्र, चतरा में चल रहे 15 दिवसीय खाद्य बीज विक्रेताओं का प्रशिक्षण के दुसरे दिन निदेशक समेति, झारखण्ड विकास कुमार के द्वारा औचक निरिक्षण किया गया। निरिक्षण के क्रम में निदेशक के प्रशिक्षणार्थियों से प्रशिक्षण से संबंधित विस्तृत जानकारी ली। निदेशक समेति ने प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि खाद्य बीज विक्रेताओं को कृषि का तकनीकि ज्ञान होना अति आवश्यक हैं। इस प्रशिक्षण में आधुनिक खेती के तरीके बताये जाते हैं। उन्होनें ने कहा कि प्रषिक्षित लोगों को ही खाद्य बीज की दुकान का लाईसेंस देने का प्रावधान है। इसमें एक वर्ष लेकर 15 दिनों का डिप्लोमा कोर्स संचालित किया जा रहा है। 15 दिनों के कोर्स में लगातार कक्षाएं चलती है। इस दौरान दो बार परीक्षाएं होती है। कोर्स समाप्त होने के बाद अंत में परीक्षा कराई जायगी। सफल अभ्यर्थियों को कृषि विज्ञान केन्द्र, चतरा के द्वारा प्रमाण पत्र दिया जायेगा। उसी के आधार पर आपका लाईसेंस निर्गत किया जायेगा। इसलिए आप सभी प्रशिक्षणार्थि मन लगाकर प्रशिक्षण प्राप्त करें। निरिक्षण के क्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र, चतरा वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ0 रंजय कुमार सिंह ने बताया कि इस 15 दिवसीय प्रशिक्षण में मिट्टी जांच से लेकर सभी प्रकार के खाद की जानकारी दी जायेगी, ताकि किसानों को कौन सा खाद कब कैसे और कितनी मात्रा में उपयोग करनी है, इसकी जानकारी अच्छी तरह से हो सके ताकि किसानों को ये बता सके क कृषि कार्य में उपयोग होने वाले दवाओं के बारे में भी जानकारी दी जायेगी। निरिक्षण के क्रम में अनुमण्डल सह जिला कृषि पदाधिकारी श्री अषोक सम्राट भी उपस्थित थे। निरिक्षण के उपरांत निदेशक के द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र, चतरा में स्थापित मृदा जांच प्रयोगषाला का भी अवलोक किया गया। मृदा जॉच प्रयोगषाला को देखकर निदेशक ने खुषी जाहीर की। कार्यक्रम में वैज्ञानिक धर्मा उरॉव, उपेन्द्र कुमार सिंह, मो0 जुनैद आलम, अभिजित घोश, नवल किषोर, अभिशेक घोश आदि उपस्थित थें।