AJAY KUMAR
रांची: प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के स्थानीय सेवा केन्द्र चौधरी बगान हरमू रोड रॉची के तत्वावधान में डंगराटोली चौंक स्थित देव मंदिर में द्वादश ज्योर्तिंलिंगम त्रिदिवसीय मेला का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए रेवती रमण प्रसाद ने कहा एक ही यात्रा से 12 इस अध्यात्मिक मेले में अवश्य आना चाहिए। शिव को मुक्तेश्वर और पापकटेश्वर कहा जाता है। शिव आशुतोष हैं। शिव परमात्मा जल्दी और सहज ही उच्च वरदान देने वाले हैं। इसी भावना को लेकर शिव पर जल चढ़ाते हैं और उनकी पूजा करते हैं। परंतु जीवन भर रोज शिव की पूजा करते रहने पर तथा हर वर्ष श्रद्धापूर्वक शिवरात्रि पर जागरण, व्रत इत्यादि करने पर भी मनुष्य के पाप और संताप क्यों नहीं मिटते, उसे मुक्ति और शक्ति क्यों नहीं प्राप्त होती और ना ही उसे राज्य भाग्य का अमर वरदान मिलता। आखिर शिव को प्रसन्न करने की सहज विधि क्या है। इसके लिए हमें अपने मनोविकारों को दग्ध करने की आवश्यकता है। विकारों को दण्ध करने में राजयोग का अभ्यास हमारी सहायता करता है। केन्द्र संचालिका ब्रह्माकुमारी निर्मला बहन ने कहा कि हर व्यक्ति को देव मंदिर डंगराटोली चौंक में स्थित इस मेले में आकर आध्यात्मिक लाभ लेना चाहिए। शिव पर तो अक-धत्रा ही चढ़ाया जाता है। संकटमोचन महाकालेश्वर परमात्मा शिव ने मानवता के कल्याणार्थ हलाहल पान किया था। आज वे पुनः सृष्टि पर विकारों का विषपान कर रहे हैं। अतः आप भी जीवन में दुख अशांति पैदा करने वाले काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार रूपी हलाहल विष को पतित पावन परमात्मा शिव को भेंट चढ़ा दें और स्वयं पावन बन मानव मात्र को पावन निर्विकारी बनाने का पान का बीड़ा उठावें। फलस्वरूप आपको पूर्ण पवित्रता, सुख शांति का ईश्वरीय जन्मसिद्ध अधिकार अवश्य ही प्राप्त होगा। विकास विजयवर्गीय ने कहा कि शिवरात्रि के अवसर पर शिव की पूजा की जाती है इसके पीछे का रहस्य यह है कि कलियुग के अंत में जब सभी मनुष्यात्मायें घोर अज्ञान में फंस कर दुखी हो जाते हैं तब परमात्मा धरती पर अवतरित हो ज्ञान रूपी सोम अथवा अमृत पिलाते हैं। अर्थात ज्ञान की वर्षा करते है। प्रभु कुमार अग्रवाल आदि ने झांकी का अवलोकन करने के बाद कहा कि द्वादश ज्योर्तिलिंगम की झांकी बहत ही सुन्दर एवं रोचक होने के कारण सभी के लिए दर्शनीय है। यहां पर लगाई गई प्रदर्शनी से जीवन की अनेक समस्याओं का अध्यात्म के द्वारा समाधान करने की प्रेरणा मिलती है।