Eksandeshlive Desk
रामगढ़ : चोरी की बाइक को सेकंड हैंड बाइक बनाकर बेचने वाला गैंग का खुलासा हुआ है। यह गैंग कॉलर टाइट कर अपने ग्राहक को चोरी की बाइक की चाबी थमाकर फोटो खिंचवाता था, ताकि खरीदने वाले को जरा सा भी संदेह ना हो। चोर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में रामगढ़ पुलिस ने सफलता हासिल की है। साथ ही चोरी की 11 बाइक भी पुलिस ने बरामद की है। बाइक चोरी की वारदात को अंजाम देने में संलिप्त एक कार भी पुलिस की ओर से जब्त की गई है। इस मामले की जानकारी रविवार को गोला थाना में प्रेस वार्ता कर रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने दी।
बाइक पर सवार थे तीनों चोर : एसपी अजय कुमार ने बताया कि रविवार की सुबह जांच के दौरान एक अपाचे बाइक पर सवार तीन लोगों को पुलिस ने रुकने का इशारा किया। वे पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने तीनों को पकड़ा। इनमें रांची जिले के पिठोरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत चंदवे गांव निवासी एहसान अंसारी, रामगढ़ थाना क्षेत्र के कोठार हुहुआ निवासी मुकेश महतो, गोला थाना क्षेत्र अंतर्गत डुंडीगाछी गांव निवासी प्रेम कुमार करमाली शामिल हैं। पकड़ाए व्यक्तियों से अपाची 160 के कागजात की मांग की गई तो वे प्रस्तुत नहीं कर पाए। कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि वह चोरी की बाइक है। 26 अगस्त की रात्री में गोला थाना अन्तर्गत ग्राम सुतरी के पास से चोरी किया गया था। जिस पर लिखा रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जी निकला।
अपराधियों की निशानदेही पर बरामद हुई चोरी की बाइक और कार : एसपी अजय कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान तीनों अपराधियों ने अपना जुर्म कबूल किया। उन्होंने बताया कि कई इलाकों से उन्होंने दर्जनों बाइक की चोरी की है।गोला, रजरप्पा, रामगढ़, बरलंगा थाना क्षेत्र से अन्य मोटरसाईकिल की भी चोरी की गई है। जिसे बेचने के लिए छुपाकर रखा गया है। उनकी निशान देही पर ग्राम डुन्डीगाछी के जंगल में छुपाकर रखा गया 11 बाईक एवं एक फोनिक्स कार (जेएचO1एफई-4168 )को बरामद किया गया। एसपी अजय कुमार ने बताया कि गैंग के सदस्यों के जरिये चोरी की गई बाइक को बेचने में कई लोक सहयोग करते थे। बोकारो जिले के महुआ टावर थाना क्षेत्र अंतर्गत दवाइयां गांव निवासी आदित्य करमाली, बासल थाना क्षेत्र में लबगा गांव निवासी सफल मुंडा, रजरप्पा थाना क्षेत्र के अंबाटांड निवासी अर्जुन कुमार बेदिया और रांची जिले का कैलाश कुमार इस गैंग का सहयोगी था। कोई ग्राहक लेकर आता था, तो कोई फर्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट बनाता था। कोई बाइक को अपने घर में छुपा कर रखता था, तो कोई रेकी करता था। आदित्य करमाली, सफल मुंडा और अर्जुन कुमार बेदिया फिलहाल जेल में बंद है।
कार से होती थी रेकी, सुबह गायब हो जाती थी गाड़ी : एहसान, मुकेश और प्रेम बड़ी सफाई से काम करते थे। वह उन इलाकों में रेकी करते थे, जहां लोगों का ध्यान अपनी गाड़ी पर नहीं होता था। सबसे बड़ी बात यह कि रेकी करने कार से जाते थे। लंबे वक्त तक रेकी के बाद सुबह-सुबह गाड़ी चोरी करते थे। पुलिस ने चोरी की अपाचे 160, जेएच 01 एफआर 2012 (फर्जी नंबर), जेएच 24 एन 8980 (वास्विक नंबर), पल्सर 125, जेएच 01 एफडब्ल्यू 2901, ग्लेमर, जेएच 01 एएम 2079, रोयल इंफिल्ड, जेएच 01 डीवी 0437, होण्डा एस०पी० साईन, जेएच 24एम- 7684, एच एफ डिलक्स जेएच 24जे- 3452, पैशन प्रो जेएच 01 एआर 1071, होण्डा सी०बी0 जेएच 01 एपी 5149, यामाहा जेएच 24एच -6302, होण्डा साईन जेएच 24डी-5904, होण्डा एसपी ड्रम जेएच 24 के 3155 जब्त किया है। मुकेश, एहसान और प्रेम तीनों का आपराधिक इतिहास रहा है। एहसान अंसारी पर रांची और रामगढ़ जिले के विभिन्न थानों में कुल 14 मामले दर्ज हैं। मुकेश महतो ने तो रामगढ़ जिले का कोई थाना क्षेत्र नहीं छोड़ा जहां से चोरी नहीं की। उसपर कुल 15 मामले पहले से दर्ज हैं। प्रेम कुमार करमाली पर गोला, रजरप्पा और रामगढ़ में कुल पांच मामले दर्ज हैं।