अजय राज
प्रतापपुर(चतरा):प्रतापपुर थाना पुलिस ने एक बड़ी कामयाबी के रूप में गंभीर रूप से घायल महिला के मामले में 72 घंटे के अंदर बड़ा खुलासा किया है। उक्त महिला झोलाछाप डॉक्टर रंजित प्रसाद के क्लीनिक में काम करती थी जिसका वो कई वर्षों से शादी का झांसा देकर यौन शोषण कर रहा था। जब उसके द्वारा शादी के लिए दबाव बनाया गया तो उसकी हत्या करने की नीयत से वर्षों से साथ में कार्य कर रहे अपने सहयोगी नर्स पनवा देवी के साथ मिलकर चाकू से कई बार वार कर गेरूआ उगरमाचा के पास सड़क किनारे मरा हुआ समझ कर फेंक कर फरार हो गया।पुलिस ने बड़े हीं गोपनीय ढंग से पहले पहले नर्स पनवा देवी को उसके घर से गिरफ्तार किया तथा काफी प्रयास के बाद कड़ाई से पूछताछ करने के बाद उसने जो कहानी बताई वो चौंकाने वाली है। पुलिस ने आरोपी महिला नर्स पनवा देवी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में चतरा जेल भेज दिया है वहीं मुख्य अभियुक्त झोला छाप डॉक्टर रंजित प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।मालूम हो कि पिछले दिन शनिवार को अहले सुबह थाना क्षेत्र के उगरमाचा सड़क किनारे एक महिला को धारदार हथियार से काट कर अधमरा कर फेंक दिया गया था। किसी के द्वारा सूचना पर प्रतापपुर पुलिस मौके पर पहुंच कर गंभीर रूप से घायल अधमरा महिला को कब्जे में लेकर 108 एम्बुलेंस की मदद से प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था जहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी कुमार संजीव के द्वारा प्राथमिक उपचार करने के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर कर दिया गया था। महिला ने पुलिस को अपना बयान दे दिया है हालांकि वो अभी भी ज़िन्दगी और मौत के बीच झूल रही है। घायल महिला की पहचान औरंगाबाद जिला के मदनपुर थाना क्षेत्र के हसनबार निवासी भोला यादव के 24 वर्षीय पुत्री कुसुम कुमारी के रूप में की गई है। कुसुम कुमारी झोला छाप डॉक्टर रंजीत प्रसाद जो गया जिला इमामगंज थाना क्षेत्र के कुजेसर गांव का रहने वाला है के क्लिनिक रानीगंज में बतौर नर्स एवं अल्ट्रासाउंड मशीन ऑपरेटर के रूप में काम करती थी। इसके अलावा रंजीत प्रसाद के क्लिनिक में प्रतापपुर कसमार के पनवा देवी नाम की महिला भी नर्स के रूप में काम करती हैं। पनवा देवी अफीम तस्करी के मामले में पहले भी जेल जा चुकी है। पुलिस ने शक के आधार पर पनवा देवी को गिरफ्तार किया तो वो पहले तो आनाकानी करती रही परंतु थाना प्रभारी कासिम अंसारी द्वारा जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने घटना के सम्बन्ध में जो बातें बताई उसे सुन किसी के भी रोंगटे खड़े हो जायेंगे। उसने पुलिस के सामने बताया की डॉक्टर रंजीत प्रसाद कुसुम कुमारी के साथ शादी का झांसा देकर कई वर्षों से यौन शोषण कर रहा था। उक्त महिला द्वारा शादी का दबाव बनाने पर शनिवार की शाम महिला कुसुम देवी को मार्केटिंग कराने के बहाने से अपने निजी स्कार्पियों गाड़ी में बैठाकर कर हम दोनों प्रतापपुर की ओर आए जहां बीच रास्ते में रंजीत कुमार के द्वारा धोखे से कुसुम देवी को एक नशा का इंजेक्शन लगा दिया गया उसके बाद उगरमाचा के पास गाड़ी से उतार कर रंजीत उसका दोनों हाथ पीछे करके पकड़ लिया और हम (कटारी) धारदार चाकू से उसके शरीर पर कई जगहों पर वार कर गंभीर रूप से घायल कर मरा हुआ समझ कर रोड के किनारे छोड़ कर रंजीत और हम दोनों अपने गांव वापस कुजेसर लौट गये। प्रतापपुर थाना पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए झोला छाप डॉक्टर के घर से घटना में उपयोग में लाया गया स्कार्पियों गाड़ी को जब्त कर थाना ले आई है। साथ हीं आरोपी पनवा देवी के निशानदेही पर खून से सना चाकू भी बरामद किया गया है। वहीं झोलाछाप डॉक्टर रंजीत के जब्त स्कॉर्पियो की तलाशी में कुसुम देवी का मोबाइल मिला है जो डॉक्टर रंजित का कच्चा चिट्ठा खोलने में पुलिस को मददगार साबित होगा।पूरे मामले को लेकर जब थानाप्रभारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि आरोपी डॉक्टर के गिरफ्तारी के लिए पुलिस के द्वारा लागातार छापेमारी की जा रही है तथा इस घटना को लेकर जख्मी महिला कुसुम कुमारी के फर्द बयान पर प्रतापपुर थाना कांड संख्या 13/25 के तहत इस घटना में शामिल झोलाछाप डॉक्टर रंजीत कुमार एवं नर्स पनवा देवी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। गिरफ्तार पनवा देवी को सोमवार को मेडिकल चेकअप के बाद न्यायिक हिरासत में चतरा जेल भेज दिया गया है। पनवा देवी पहले भी गिला अफीम तस्करी के साथ इमामगंज पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर गया जेल जा चुकी है।इधर घायल महिला कुसुम कुमारी भी अपने तीन वर्ष के बेटे के हत्या के आरोप में गया जेल से कुछ दिन पूर्व हीं जमानत पर रिहा हुई है।
