Eksandeshlive Desk
गुमला : अपने झुंड से बिछड़ कर एक जंगली हाथी सोमवार को घाघरा प्रखंड के सेहल, बरांग और नौनी गांव होते हुए घाघरा मुख्यालय से सटे चपका गांव तक आ गया। चपका गांव में हाथी ने दो घरों को निशाना बनाया। निर्मल साहू की दुकान के शटर को हाथी ने तोड़ दिया। इसके बाद उसने एक अन्य घर के दरवाजे को तोड़ दिया, जहां अशोक नाम का एक विद्यार्थी किराए के मकान में रहकर पढ़ाई लिखाई कर रहा था। अचानक हाथी के हमले से वह काफी घबरा एवं डर गया। इसके बाद हाथी घाघरा शहर की ओर आने लगा। घाघरा पुल के पास प्रतिभा किराना दुकान के शटर को तोड़कर उसमें रखे चार पांच बोरी धान और चावल को चट कर गया।
राहत की बात रही कि इस दौरान उसने किसी भी जान माल को क्षति नहीं पहुंचाई। इस गांव से हाथी गुजरा तो वहां के सैकडों युवा हाथी को भगाने के लिए उसके पीछे-पीछे निकल पड़े। ग्रामीणों के साथ-साथ वन विभाग की टीम भी मौजूद रही। ग्रामीणों ने डर के माहौल में पूरी रात गुजारी। घाघरा पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी गई थी। पुलिस ने सावधानी के लिए गुमला लोहरदगा मुख्य मार्ग पर गाड़ी का प्रवेश थोड़ी देर के लिए रोक दिया। घाघरा के भीड़ वाले इलाके चांदनी चौक होते हुए हाथी कॉलेज रोड, टोंकाटोली, कोटामाटी गांव होते हुए हहरी पतरा की ओर निकाल गया।
इससे पहले हाथी के आने की खबर आग की तरह फैल गई। हाथी को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग निकल पड़े। हाथी के घाघरा पहुंचने के बाद वन विभाग की टीम के सदस्यों के हाथ पैर फूलने लगे। इस दौरान हाथी के मूवमेंट को समझने के लिए वन विभाग को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। आसपास के लगभग दर्जन भर गांवों को अलर्ट पर रखा गया था। हाथी के शहर से बाहर निकल जाने के बाद वन विभाग की टीम ने राहत की सांस ली।
