झारखंड पैरेंट्स एसोसिएशन ने कोचिंग सेंटर नियंत्रण विधेयक का किया स्वागत, अध्यक्ष अजय राय ने बताया छात्रों और अभिभावकों की जीत

Education

Eksandeshlive Desk

रांची : झारखंड विधानसभा में पारित झारखंड कोचिंग सेंटर (नियंत्रण एवं विनियमन) विधेयक 2025 पर झारखंड पैरेंट्स एसोसिएशन ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने बुधवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए इसे छात्रों और अभिभावकों की लंबे समय से चली आ रही मांगों की जीत बताया। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक फैसले से शिक्षा व्यवस्था में पारदर्शिता और अनुशासन आएगा और कोचिंग संस्थानों की ओर से किए जाने वाले आर्थिक तथा मानसिक शोषण पर रोक लगेगी। अजय राय ने कहा कि इस विधेयक के लागू होने के बाद कोचिंग संस्थानों को शुल्क, कोर्स, शिक्षकों और आधारभूत सुविधाओं का पूरा विवरण सार्वजनिक करना होगा। सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक ही संस्थान चलाने की बाध्यता से छात्रों पर अनावश्यक दबाव और थकान रुकेगी। साथ ही, 16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को पढ़ाने से पहले अभिभावकों की अनुमति अनिवार्य होगी और एक हजार से अधिक छात्रों वाले संस्थानों में मनोवैज्ञानिक की नियुक्ति से बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य सुरक्षित रहेगा।

झारखंड राज्य विश्वविद्यालय विधेयक का विरोध : झारखंड विधानसभा की ओर से पारित झारखंड राज्य विश्वविद्यालय विधेयक पर छात्र नेता दुर्गेश यादव ने बुधवार को कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि यह विधेयक विश्वविद्यालयों की आत्मा को कुचलने जैसाै और अकादमिक स्वतंत्रता पर सीधा हमला है। दुर्गेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटने वाली राज्य सरकार अब छात्र संघ का चुनाव वोटिंग से नहीं कराएगी। यह तुगलकी फरमान है और विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता को खत्म करने की साजिश है। इस स्थिति के लिए सभी छात्र और शिक्षक संगठन भी जिम्मेदार हैं, क्योंकि उनकी निष्क्रियता के कारण सरकार मनमानी कर रही है। उन्होंने कहा कि जब बरसों तक चुनाव नहीं होंगे और संगठनों पर एकाधिकार रहेगा, तो स्वाभाविक है कि लोकतांत्रिक माहौल खत्म हो जाएगा। यह कोई साधारण घटना नहीं है और इसका प्रतिवाद सड़क से लेकर न्यायालय तक हर स्तर पर होना चाहिए। यादव ने सभी छात्र संगठनों से एकजुट होकर इस विधेयक का विरोध करने की अपील की।

Spread the love