Eksandeshlive Desk
रांची : झारखंड विधानसभा सत्र के चौथे एवं अंतिम दिन गुरुवार को वर्ष 2024-25 के लिए 11697.45 करोड़ रुपये का द्वितीय अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित हो गया। मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी सहित उनके सहयोगी दलों के विधायकों ने सरकार के उत्तर से नाराज होकर सदन का बहिर्गमन किया। इस बीच अनुपूरक बजट के साथ ही तत्संबंधी विनियोग विधेयक को भी सदन ने ध्वनिमत से मंजूरी प्रदान कर दी। भाजपा के सत्येंद्र नाथ तिवारी के कटौती प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया गया।
किसी विभाग की राशि को सरेंडर नहीं किया गया
राज्य के वित्तमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने सदन में अनुपूरक बजट पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए द्वितीय अनुपूरक बजट की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने साफ किया कि किसी विभाग की राशि को सरेंडर नहीं किया गया है जबकि चुनावी वर्ष में जिन विभागों की ओर से राशि खर्च करने में असमर्थता जताई गई, उसका उपयोग मंईयां सम्मान योजना और मुफ्त बिजली बिल के लिए इस्मेताल किया गया। अनुपूरक बजट पारित होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष रवीन्द्रनाथ महतो ने अपने समापन भाषण में कहा कि इस सत्र में नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण हुआ। इसके अलावा राज्यपाल का अभिभाषण और अनुपूरक बजट पर वाद-विवाद के बाद इसे मंजूरी दी गई। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में सभी सदस्य अलग-अलग दलों से, अलग-अलग विचारधाराओं से, अलग-अलग क्षेत्रों से आते हैं, लेकिन वो उम्मीद करते हैं कि पूर्व कार्यकाल के भांति मेरे सभी सदस्य एक परिवार जैसा लगे आत्मिक भाव हो। हमेशा मेरे जीवन में अविस्मरणीय हो, न पक्ष, न विपक्ष सब उनके लिए सदस्य हैं। इसके साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।