मुख्यमंत्री के समक्ष त्याग पत्र सौंपने की बनाई रणनीति
अजय
प्रतापपुर/चतरा: चतरा जिला परिषद कार्यालय में सोमवार को जिला परिषद अध्यक्ष की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमे शामिल जिला परिषद सदस्यों ने कई महीनो से डीडीसी चतरा के द्वारा जिला परिषद बोर्ड की बैठक नही कराने पर घोर आपत्ति व रोष व्यक्त किया गया। सदस्यों के द्वारा एक सुर में कहा गया की बोर्ड की बैठक नही होने से एक तरफ जहां विकास के कार्यों में बाधा पहुंच रही है वहीं सरकार के राजस्व में भी भरी हानि हो रहा है। इसको लेकर अध्यक्ष ममता कुमारी सहित उपस्थित जिला परिषद सदस्यों ने 26 दिसंबर को आयोजित होने वाले आपकी योजना आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष त्याग पत्र सौंपने पर मजबूर होने की बात कही है। इस बाबत पूछे जाने पर जिला परिषद अध्यक्ष ममता कुमारी ने कहा की कई माह से बोर्ड की बैठक नही बुलाई गई है जबकि बैठक बुलाए जाने को लेकर डीडीसी चतरा को कई बार पत्र भेजा गया है उसके बाबजूद उप विकास आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक अधिकारी के द्वारा कोई रिस्पॉन्स नही लेना अध्यक्ष तथा बोर्ड की अवमानना है। इसी बात को लेकर उप विकास आयुक्त के खिलाफ सदस्यों ने मुख्यमंत्री के समक्ष त्याग पत्र सौंपने का फैसला किया है। हालांकि इस बात पर प्रतिक्रिया देने के लिए जिला परिषद उपाध्यक्ष बृजकिशोर तिवारी से बात नही हो पाई। जिला परिषद सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष त्याग पत्र देने के सवाल पर चतरा जिला परिषद सदस्य चंद्रदेव गोप ने कहा की हम सभी कोई नॉमिनेटेड सदस्य नही है बल्कि जनता के द्वारा इलेक्टेड पर्सन है क्षेत्र की जनता विकास कार्य करने के लिए हमे पांच साल के लिए चुनकर भेजी है हम अपना अधिकार और हक छीन कर तथा आंदोलन कर के लेना जानते हैं।। बताते चलें की त्रिस्तरीय पंचायती राज्य व्यवस्था में जिला परिषद का एक अहम और खास स्थान है उसके बाबजूद यह घोर आश्चर्य की बात है की जिला परिषद बोर्ड की बैठक 17 जनवरी के बाद आज तक आहूत नही की गई है। यही नहीं 15 वीं वित के वित्तीय वर्ष 2021–22, 2022–23 तथा 2023–24 की राशि व्यय नही होना दुर्भाग्यपूर्ण कहा जा सकता है।