Mustafa Ansari
रांची: राजधानी रांची के बुटी गांव स्थित जुमार नदी में डूबे मनन विद्या स्कूल के दसवीं के छात्र पियुष कुमार का शव पुलिस ने सोमवार को सुगनु गांव के समीप नदी से 30 घंटे बाद बरामद किया है। ज्ञात हो कि जहां पर सुगनू गांव के समीप जुमार नदी, स्वर्णरेखा नदी में मिलता है,वहीं पर से छात्र का शव बरामद किया गया है। सदर थाना प्रभारी कुलदीप कुमार ने बताया कि छात्र का शव पानी की तेज धारा में बहकर बहुत दूर चला गया था। वहीं सोमवार की शुबह दिखे जाने की सूचना पर सुगनु गांव के समीप नदी से शव बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा गया। जहां पुलिस द्वारा शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। वहीं इस हृदय विदारक घटना के संबंध में बताया जाता है शनिवार की देर रात करिब 12:30 बजे पांच छात्र पियुष कुमार,वैभव सिंह,प्रताप महतो,अभिषेक उरांव और वैभव स्कूल के दुसरे माला( सेकंड फ्लोर) स्थित हॉस्टल से दूसरे कमरे का खिड़की को पार करते हुए बेडसीट वगैरह के सहारे उतरे और स्कूल के पिछे ऊंची बाउंड्री का ईंटा को खिसका कर दूसरे जमीन में घूसे। वहां भी बाउंड्री में तार लगा हुआ था,उसे भी पार करते हुए जुमार नदी के पास पहुंचे थे।
बताया जाता है कि वहीं पर श्मशान भी है। सभी पानी में उतर गए,तभी वैभव व आशीष पानी की गहराई को देखते हुए वापस हो गए। जबकि प्रताप महतो व अभिषेक नदी के गहराई में जाकर डूबने लगे। उसे बचाने के लिए पियुष कूदा तो प्रताप और अभिषेक से आगे निकल गया और डूबने लगा। पियुष तैरना जानता था,इसलिए उसके दोस्तों ने समझा कि वह तो तैर कर बाहर निकल जायेगा। लेकिन वह बाहर नहीं निकल पाया।पुलिस ने मापी कराई,जहां पर छात्र डूबा था तो वहां 20 फीट से ज्यादा गहराइ,भंवर भी था। पुलिस 20 फीट का बांस वहां डूबाया तो बांस डुब गया था। बताते चलें कि रविवार को एनडीआरएफ टीम ने छात्र के शव को खोजने का काफी प्रयास किया था,लेकिन शव नहीं मिला था। जानकारी के मुताबिक पता चला कि डूबते दोस्त को बचाने के क्रम में पियुष खुद नदी की तेज धार में बह गया, और उसकी मौत हो गई। पियुष बिहार के गया जिले का रहने वाला था।
मनन विद्या स्कूल के दसवीं का छात्र था,और हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था। इधर घटना से संबंधित बातों की जानकारी देने के उद्देश्य स्कूल के कॉन्फ्रेंस रूम में दोपहर तीन बजे एक प्रेस वार्ता कार्यक्रम आयोजित कर जिले के इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के पत्रकारों के बिच डायरेक्टर मनोज कुमार महतो एवं प्रधानाचार्य रेखा नायडू ने सारी बातों से अवगत कराते हुए गहरा दुख प्रकट किया। इस दौरान इतने भावुक हो गए कि अपने आंसू को रोक न सके,और रो पड़े। कहा कि इस हृदय विदारक घटना से हम लोग बेहद मर्माहट है। तत्पश्चात जिस दीवार को फांदकर बच्चे हॉस्टल से बाहर निकले थे,उक्त जगह पर जाकर मौजूद पत्रकारों को अवगत कराया गया।