Eksandeshlive Desk
पलामू : नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. दिनेश कुमार सिंह ने शनिवार को अपने 100 दिन का कार्यकाल पूरा कर लिया। इस अवधि में किए गए कार्यों की जानकारी दी और भविष्य की योजनाओं को विस्तार से बताया। कुलपति ने विश्वविद्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जंग लगी व्यवस्था को पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। परीक्षा को निर्धारित समय पर आयोजित करने, सत्र को नियमित करने पर तेजी से कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन कार्यों में उन्हें सफलता भी मिली है। नए कोर्स की शुरुआत की गई है। विश्वविद्यालय और इसके अंगीभूत कॉलेज में छात्र-छात्राओं का ठहराव हो, इसके लिए जवाबदेही सुनिश्चित की गई है। कार्रवाई की तैयारी है। कुलपति ने बताया कि चार महीने में 1786 डिग्रियां दी गयीं। अनुशासन लाने का पूरा प्रयास है, ताकि शैक्षणिक माहौल बनाया जा सके।
चाहरदीवारी निर्माण को लेकर बनी डीपीआर : कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में सुरक्षित माहौल बनाने के लिए चाहरदीवारी निर्माण की योजना है। इसके लिए डीपीआर बनाया गया है। अतिक्रमण रोकने के लिए चाहरदीवारी जरूरी है। पुस्तकालय और प्रयोगशाला को भी सुदृढ़ बनाया जाएगा। उन्होंने केन्द्रीय पुस्तकालय के लिए पांच करोड़ का डीपीआर बनाकर भेजने की बात कही। शिक्षक और कर्मियों के रिटायरमेंट, पेंशनधारी सहित अन्य प्लान के निपटारे के संबंध में भी उन्होंने विस्तार से जानकारी दी। कुलपति ने कहा कि वोकेशनल और प्रोफेनशल कोर्स की पढायी नहीं होने पर उन्होंने सभी डिपार्टमेंट को विवि के प्रशासनिक भवन के नीचे शिफ्ट करने की योजना बनायी है, ताकि नियमित देखरेख की जा सके। क्लास नहीं चलने पर शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। 80 प्रतिशत क्लास चलना चाहिए। विश्वविद्यालय में थियेटर आर्ट की पढायी शुरू करायी जायेगी। सार्टिफिकेट कोर्स कराया जायेगा। इसके लिए स्थानीय अनुभवी लोगाें को जोड़ा जायेगा। बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी एंड इंफॉरमेशन साइंस एवं बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन की पढायी फिर से शुरू करायी जायेगी। इसके अलावा रूलर डेवलपमेंट, हेल्थ केयर मैनेजमेंट, हेल्थ एंड न्यूट्रिशियन, ऑफिस मैनेजमेंट की पढायी शुरू करने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि प्रशासन से 20 एकड़ जमीन की मांग की गयी है। इसे मिलते ही एग्रीकल्चर साइंस की पढायी शुरू करायी जायेगी।