कोयला उद्योग को आकार देने वाले आईआईसीएम के 31 वर्ष पूरे

Ek Sandesh Live

by sunil Verma

Ranchi : भारतीय कोयला प्रबंधन संस्थान (आईआईसीएम) ने को अपने रांची परिसर में आयोजित एक भव्य समारोह में अपना 31वां स्थापना दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के निदेशक विनय रंजन सहित सीआईएल, आईआईसीएम, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) और सेंट्रल माइन प्लानिंग एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट की अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया । कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवम् कोलइंडिया कॉर्पोरेट गीत के साथ एक औपचारिक उद्घाटन समारोह से हुई, जहां मुख्य अतिथि विनय रंजन ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कोयला उद्योग में आईआईसीएम के महत्वपूर्ण योगदान की सराहना की और भविष्य के लीडर्स को पोषित करने में संस्थान की भूमिका पर जोर दिया। कोयला क्षेत्र में नवीनतम रुझानों और चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित करते हुए तकनीकी सत्रों की एक श्रृंखला आयोजित की गई जिसमें अलग- अलग पहलू पे विस्तृत चर्चा की गई । इस मौक़े पर रंगा- रंग जीवंत सांस्कृतिक कार्यक्रम में भारत की समृद्ध विरासत और विविधता को प्रदर्शित करता है। आई. आई. सी. एम. और अन्य संगठनों के प्रतिभाशाली कलाकारों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध करते हुए मनमोहक नृत्य और संगीत प्रदर्शन प्रस्तुत किए। इस आयोजन में उन व्यक्तियों और टीमों को सम्मानित किया गया जिन्होंने आईआईसीएम और कोयला उद्योग में उत्कृष्ट योगदान दिया है। अनुसंधान, प्रशिक्षण और प्रशासनिक सेवाओं में उत्कृष्टता को मान्यता देते हुए विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए गए। स्थापना दिवस समारोह ने उद्योग पेशेवरों, शिक्षाविदों और नीति निर्माताओं के बीच नेटवर्किंग के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान किया। प्रतिभागियों ने ज्ञान और अनुभवों को साझा करते हुए फलदायी चर्चा की। कुल मिलाकर, 31वां स्थापना दिवस समारोह एक शानदार सफलता थी। इसने शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए आईआईसीएम की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। इस आयोजन ने कोयला क्षेत्र में ज्ञान और नवाचार के लिए एक प्रमुख केंद्र के रूप में संस्थान की स्थिति को मजबूत किया।ज्ञात हो कि भारतीय कोयला प्रबंधन संस्थान (ककउट), कोल इंडिया लिमिटेड के अधिकारियों को प्रशिक्षण हेतु एक आधुनिकतम प्रशिक्षण संस्थान है , जो वर्ष 1994 में स्थापित किया गया था । इस संस्था का मिशन अपने ग्राहक संगठनों के लिए सर्वांगीण उत्कृष्टता के अनुकूल एक स्वस्थ और स्वस्थ कार्य संस्कृति बनाने और पोषित करने में मदद करना है।