Eksandeshlive Desk
पिपरवार : पिपरवार कोयलांचल क्षेत्र में घंटों छाया कुहासा ट्रेनों की रफ्तार को रोक दिया है इसके साथ ही कुहासे ने ठंड को काफी बढ़ा दिया है। कुहासे के कारण बरवाडीह बरकाकाना रेलखंड पर चलने वाली सभी एक्सप्रेस ट्रेन और पैसेंजर ट्रेन धीमी गति से चलाया जा रहा है। रेलवे विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कुहासा होने के बाद सिग्नल दिखाई नहीं देने के कारण रेलवे कर्मचारी को सिग्नल पर रखा जाता है, जो सिग्नल के पास रेलवे पटरी पर एक पटाखा छोड़ता है । जिसके आवाज को सुनकर चालक स्टेशन के नजदीक होने का अनुमान लगाकर अपने ट्रेन की रफ्तार को नियंत्रित करना शुरू कर देता है, उसके बाद स्टेशन पहुंचते पहुंचते ट्रेन रुक पाती है।पिपरवार कोयलांचल क्षेत्र में छाए घने कुहासा को देखने से लग रहा है कि वर्ष 2023 की विदाई कुहासा ने भी अपने अंदाज में किया है। कुहासे के कारण दिन के उजाले में भी वाहन चालक को लाईट जलाकर गाड़ी चलाना पड़ रहा है। सुबह में मार्निंग वाक पर निकले लोगों ने कहा कि कुहासा ने ठंड तो बढ़ा दिया है लेकिन जंगल वाले रास्ते में मार्निंग वाक के दौरान काश्मीर का वादियों का आनंद मिल रहा है। मैक्लुस्कीगंज से पतरातु जाने के लिए जंगल के रास्ते से होकर बनाई गई सड़क पर प्रतिदिन मार्निंग वाक पर निकलने वाले लोगों ने कहा ऐसा नजारा पूरे वर्ष में दो चार बार ही देखने को मिलता है। कुहासे ने कोयला ढुलाई के कार्य को भी प्रभावित किया है, कोयला ढुलाई में लगे वाहन कुहासे के कारण जहां तहां खड़े रहे। कुहासे के कारण रेलवे प्रबंधन और सीसीएल पिपरवार प्रबंधन को करोड़ों रुपए का नुक़सान होने का अनुमान है।