लोकतांत्रिक देश की आत्मा है संविधान, अधिकारों और दायित्वों का बोध कराता : सुदेश कुमार महतो

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sunil verma

रांची: आजाद भारत के इतिहास में 26 नवंबर का दिन बेहद खास और अहमियत वाला है। वर्ष 1949 में आज ही के दिन संविधान को अंगीकार किया था। यह दिन हमें दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के व्यापक संविधान में वर्णित अनेकता में एकता, न्याय, समानता तथा सह अस्तित्व की भावना को आत्मसात करने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही अपने अधिकारों और राष्ट्र के प्रति हमारे दायित्वों का बोध करवाता है। उक्त बातें आजसू पार्टी के अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने चमघाटी अनगड़ा में आयोजित रांची जिला समिति की बैठक में कही। बैठक में रांची जिला समिति, महिला जिला समिति के सभी पदाधिकारी व सदस्यों के अलावा जिला परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्य, प्रमुख, उप प्रमुख, प्रखण्ड समिति के अध्यक्ष, सचिव उपस्थित थे। आजसू प्रमुख ने सभी लोगों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं देते हुए संविधान का निर्माण करने वाले बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर, संविधान सभा के सदस्य जयपाल सिंह मुंडा समेत सभी बुद्धिजीवियों और कलमकारों का नमन किया। उन्होंने लोगों से संविधान की सच्?ची भावना को मजबूत बनाने और देश की एकता ,अखंडता के लिए संकल्?प लेने का अनुरोध किया। और कहा कि भारत का संविधान कई सिद्धांतों को समेटे है, जिनके आधार पर नागरिकों के लिए मौलिक अधिकार ,विचारों व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, समानता, सामाजिक न्याय, राजनीतिक सिद्धांत, प्रक्रियाएं, दिशा-निर्देश, कानून वगैरह तय किए गए हैं।बैठक में उपस्थिति सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए सुदेश कुमार महतो ने कहा कि रांची जिले में संगठन के विस्तार और मजबूती के लिए जिला समिति के सभी सदस्य और हरेक कार्यकर्ता अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए स्वीकार करें और आपस में मिल कर काम करें। क्षेत्र की जनता से सीधा संवाद स्थापित करें। मौजूदा सरकार की विफलताओं और वादा खिलाफी से जनता को अवगत कराएं। राज्य के हालात बदलने के लिए कार्यकतार्ओं को जूझना होगा।