मौलिक और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों को कुचलने का प्रयास : राजेश ठाकुर

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रांची: संविधान के तहत मिले मौलिक और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकारों को कुचलने का प्रयास असम की तानाशाह सरकार द्वारा किया गया। उक्त विचार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के काफीले पर हुए हमले तथा राहुल गांधी को शंकरदेव मंदिर में नहीं जाने देने के विरोध में बापू वाटिका मोरहाबादी आयोजित विरोध प्रदर्शन सोमवार को किया गया । मौके पर राजेश ठाकु र ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर हमला करने एवं राहुल गांधी को शंकरदेव मंदिर जाने से रोके जाने से साबित हो गया है कि गोड्से की विचार धारा से ओत-प्रोत लोग जनता और कांग्रेस से डर रहे हैं, इसी घबराहट में इस तरह का असंवैधानिक कदम भाजपा सरकार द्वारा उठाया जा रहा है। असम में भाजपा के गुंडों द्वारा हमला किया गया और ऐसे हमलों के द्वारा भगवान राम को भी बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। हम संवैधानिक दायरे में भारत की जनता के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं और गोड्से के विचारधारा के लोग लगातार असंवैधानिक कृत्य कर देश में अराजक माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। श्री ठाकुर ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा से घबराकर भाजपा सरकार शांतिपूर्वक चल रहे यात्रा को येन-केन-प्रकारेण बाधित करना चाहती है ताकि यात्रा से दबे-कुचले, सामाजिक, आर्थिक एवं रोजगार के मुद्दे पर उनकी पोल न खुल जाये।
अपने संबोधन में श्री ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार के इशारे पर असम के मुख्यमंत्री अवैधानिक कारवाई कर रहे हैं, जिस तरह की कारवाई हेमंत विश्वाशर्मा कर रहे हैं उससे स्पष्ट है कि पूरे असम में अराजक स्थिति हैं और मुख्यमंत्री नही चाहते की उनकी सरकार के कारनामों से त्रस्त जनता न्याय यात्रा के साथ जुड़े लेकिन भाजपा की भ्रष्ट सरकार को जनता को न्याय देना होगा। श्री ठाकुर ने कहा कि पहले न्याय यात्रा के काफीले पर हमला फिर श्री राहुल गांधी को श्री शंकर देव मंदिर में जाने से रोकना एक
हत्प्रभ कर देने वाला निर्णय है कि आखिर ऐसा किसके इशारे पर हो रहा है, लगता है कि इस देश में सिर्फ एक व्यक्ति को ही मंदिर में दर्शन एवं पूजा का अधिकार है। श्री ठाकुर ने कहा कि अपने आलाकमान के इशारे पर असम के मुख्यमंत्री न्याय यात्रा को रोकने की चाहे जितनी कोशिश कर लें हमारा संर्धष और यात्रा-न्याय का हक मिलने तक जारी रहेगा। संबोधित करते हुए प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बन्धु तिर्की ने कहा कि असम की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि असम में संवैधानिक नहीं गुंडा राज चल रहा है, न्याय यात्रा पर हमला असम के मुख्यमंत्री की हताशा का परिचाक है। विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदीप तुलस्यान, केशव महतो कमलेश, रविन्द्र सिंह, संजय लाल पासवान, अमुल्य नीरज खलखो, राकेश सिन्हा, अजय नाथ शाहदेव, मानस सिन्हा, सतीश पॉल मुंजनी, रमा खलखो, डॉ संजय सिंह, आभा सिन्हा, निरंजन पासवान, सोनाल शांति, जगदीश साहु, डॉ राकेश किरण महतो, अमरेन्द्र सिंह, खुर्शीद हसन रूमी, नेली नाथन, दीपक ओझा,बेलस तिर्की, रमेश पांडेय, जितेन्द्र त्रिवेदी, जगरनाथ साहु, वशिष्ट लाल पासवान, सुधा देवी, पूर्णिमा सिंह, वेद प्रकाश तिवारी राखी प्रियदर्शनी, चन्द्र रश्मि पिंगवा, मिथलेश कुमार, शहीद अहमद, अमन अहमद, संजय कुमार, कुमोद महथा, गुलजार अहमद, कुलदीप रवि, राजीव पांडेय, डाू राजीव नारायण प्रसाद, अख्तर अली, डॉ अरविंद कुमार, आशीष रोशन आदि शामिल थे।