ग्रामीणों ने कहा जमीन हमारी पहचान है, इसे बचाने के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे।
RANJAN
बडकागांव: मंगलवार को एनटीपीसी कोल माइंस, बादाम कोल ब्लॉक के लिए महुगाई कला पंचायत भवन में आयोजित मुआवजा भुगतान शिविर में हिंसा भड़क उठी। 853 दिनों से अपनी जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहे ग्रामीणों ने शिविर स्थल पर जमकर पत्थरबाज़ी की, जिसमें एनटीपीसी जीएम एके सक्सेना समेत 10 लोग घायल हो गए और 15 वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
घटना में घायल अधिकारियों में महाप्रबंधक एके सक्सेना, मोहम्मद बदरुद्दीन, सुरजीत, मंजूनाथ, विशाल सहित अन्य एनटीपीसी अधिकारी तथा हजारीबाग जिला भू-अर्जन पदाधिकारी निर्भय कुमार, बड़कागांव अंचल अधिकारी मनोज कुमार और एक अमीन शामिल हैं। कई घायलों को बड़कागांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार के बाद हजारीबाग शेख भिखारी अस्पताल रेफर किया गया।
प्रशासन व एनटीपीसी के अधिकारियों ने ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए भागकर अपनी जान बचाई। बताया गया कि 7 अगस्त को जिला भू-अर्जन विभाग ने 12 अगस्त को मुआवजा वितरण शिविर आयोजित करने की अधिसूचना जारी की थी। पहले यह शिविर बड़कागांव अंचल कार्यालय में होना था, परन्तु अचानक इसे महुगाई कला पंचायत भवन स्थानांतरित कर दिया गया। जिसके कारण ग्रामीण अधिक खपा थे l जानकारों के मुताबिक यदि मुवाजा भुगतान शिविर अंचल कार्यालय में हीं रहता तो ऐसी घटना नहीं घटती l ग्रामीणों ने शिविर स्थल पर घेराव कर मुआवजा वितरण रद्द करने की मांग की। विवाद बढ़ते-बढ़ते पत्थरबाज़ी में बदल गया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए हजारीबाग उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह और पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन पहुंचे, जिन्होंने थाना में बैठक कर स्थिति का जायज़ा लिया और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी विस्तृत चर्चा की गई। ग्रामीणों का कहना है कि उनके पूर्वज यहां 400 वर्षों से खेती-बाड़ी कर परिवार का पालन-पोषण करते आ रहे हैं। वे किसी भी कीमत पर अपनी जमीन एनटीपीसी, अदानी या जेएसडब्ल्यू कोल ब्लॉक को देने को तैयार नहीं हैं। ग्रामीणों ने कहा प्रसाशन और एन टी पी सी ग्रामीणों को उकसाना बंद करे lउनका स्पष्ट कहना है “जमीन हमारी पहचान है, इसे बचाने के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करेंगे।” l