नशा किसी व्यक्ति, समाज अथवा राष्ट्र नहीं, पूरी मानव सभ्यता के लिए खतरा : डा. तपन कुमार शांडिल्य

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Eksandeshlive Desk
रांची : डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, रांची के सभागार में विश्वविद्यालय के एनएसएस और आईक्यूएसी के साथ डेंटल इंस्टीट्यूट, रिम्स के संयुक्त तत्वावधान में, फ्री डेंटल स्क्रीनिंग सह ओरल कैंसर अवेयरनेस प्रोग्राम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत डेंटल स्क्रीनिंग के अंतर्गत कई विद्यार्थियों के नि:शुल्क दंत परीक्षण किए गए। ओरल कैंसर अवेयरनेस कार्यक्रम के माध्यम से दो अतिथि वक्ताओं, डा. अमित वसंत महुली, एसोसिएट प्रोफेसर, डिपार्टमेंट आॅफ पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री, डेंटल इंस्टीट्यूट, रिम्स, रांची और डा. एनएन सिंह, डीन और विभागाध्यक्ष , डिपार्टमेंट आॅफ ओरल पैथालॉजी, माइक्रोबायोलॉजी एंड फोरेंसिक ओडोंटोलॉजी, डेंटल इंस्टीट्यूट, रिम्स ने उपरोक्त विषय पर अपने व्याख्यान दिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति डा. तपन कुमार शांडिल्य ने कहा कि नशा आज के संदर्भ में एक सामाजिक बीमारी का रूप धारण कर चुका है। इस सेमिनार में हम जिस कैंसर की भयावह रूप पर विमर्श कर रहे हैं, उसकी भी जड़ में नशे की लत एक मूल कारण है। आंकड़ों के अनुसार वर्तमान में भारत में प्रति 1 लाख व्यक्ति पर 250 लोग इस नशे की गिरफ्त में है। उन्होंने आगे अपने संबोधन में विद्यार्थियों से संवाद करते हुए कहा कि भारत युवाओं का देश माना जाता है। हमें युवाओं को नशे से बचाकर युवा शक्ति का निर्माण कर भारत को 2047 तक विकसित भारत के रूप में नवनिर्माण करना है। उन्होंने केंद्र सरकार की सराहना करते हुए कहा कि इसे प्राथमिकता सूची में रखते हुए अभी भारत में नशा मुक्ति अभियान को काफी तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है।
अतिथि वक्ता डा. अमित महुली ने स्लाइड प्रस्तुतिकरण के द्वारा दांतों को स्वस्थ रखने और उन्हें गंभीर बीमारियों से बचने के उपाय बताए। कार्यक्रम का संचालन डा. शालिनी लाल और धन्यवाद ज्ञापन एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डा. अभय कृष्ण सिंह ने किया। मौके पर डीएसडब्ल्यू डा. एसएम अब्बास, डा. शमा सोनाली, डा. गीतांजलि सिंह, डा. पीयूष बाला, डा. शुचि संतोष बरवार और अन्य शिक्षक , विद्यार्थी मौजूद थे। यह जानकारी पीआरओ प्रो राजेश कुमार सिंह ने दी।

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