रॉँची : नववर्ष के अवसर पर अपने संदेश में राजयोगिनी निर्मला बहन ने कहा नया वर्ष हमारे जीवन में उमंग-उत्साह और उल्लास लेकर आता है। हम सब भी नए वर्ष का स्वागत नए संकल्पों के साथ करें। हमारा प्रत्येक पल शुभ और श्रेष्ठ संकल्पों से भरपूर होगा तो वर्र्ष के हरेक पल जीवन को नई दिशा प्रदान करेगी । पुराना वर्ष बीतने के साथ-साथ अब अपने स्वार्थ व अहंकार रूपी पूराने संस्कारों को परिवर्तन कर इस संसार को बदलना है। शांति और सम्पन्नता के लिए सभी मानव प्रार्थना करते हैं। इस नये वर्ष में आध्यात्मिक शक्ति को पहचान कर पवित्रता, प्रेम, सच्चाई व खुशी के दिव्य गूणों द्वारा सभी अपना योगदान देंगे। मन का रोल हमारे जीवन में सबसे अधिक है जिसका मन शक्तिशाली और मजबूत है वह जीवन के प्रत्येक आपदा को खुशी खुशी पार कर लेता है। इसलिए हमें हमारे मन को सदा सकारात्मक और महान विचारों की खुराक देते रहना जरूरी है। हमारा मन बच्चे की तरह है जिसे हर समय गाइड और कन्ट्रोल करना जरूरी है। अच्छे संग तथा ईश्वर के ध्यान से मन मजबूत बनता है।आगे उन्होंने कहा अब शीघ्र ही स्वर्णिम दुनिया हम सबकी नजरों के सामने होगी। इस नये वर्ष में जन-जन को ऊँचा भाग्य बनाने की बधाई और विकार-बुराई-लड़ाई को विदायी। आध्यात्मिकता के दिव्य मंत्र सभी लोगों के कानों में फुँककर ही सबमें अपनत्व का नाता पैदा हो सकता है। नैतिक पतन के इस समय संहारक अस्त्रों के प्रसार से जो विनाश विगुल बज रहा है उसके साथ नये सदयुगी विश्व की स्थापना के कार्य को पूरा कराने के लिए शांति सागर परमात्मा सहनशीलता की अनुभूति करा रहे हैं। इस अवसर पर विशेष झारखंड की खुशहाली के लिए राजयोग अभ्यास सत्र रखा गया। नववर्ष में भय, निराशा, घृणा की नकारात्मक भावनाओं की शांति के लिए व रहम, प्रेम, करूणा के भावों की मानव समाज में वापसी के लिए ब्रह्माकुमारी संस्थान में भाईयों व बहनों ने आज प्रातः से संध्या तक विशेष राजयोग के प्रकम्पन प्रेषित किये।