SUNIL KUMAR
राजमहल: डीसी हेमंत सती ने बुधवार को राजमहल प्रखंड अंतर्गत विभिन्न विकास एवं निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान भुमि संरक्षण कार्यालय के द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति का जायजा लिया और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के क्रम में सबसे पहले दरला पंचायत के मानिकपुर ग्राम में भुमि संरक्षण विभाग द्वारा संचालित कच्चु तालाब जिर्णोद्धार एवं परकोलेन टेक निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने कार्य की गुणवत्ता की बारीकी से समीक्षा की और अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य समय सीमा के भीतर और उच्च गुणवत्ता मानकों के अनुरूप पूर्ण हो। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्य ग्रामीणों की सिंचाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने और भू – जल स्तर को बनाए रखने में सहायक होंगे। इसके बाद उन्होंने ने राजमहल सूर्य देव घाट तथा इनडोर स्टेडियम परिसर के समीप निर्मित महिला शौचालय का निरीक्षण किया। इस सुविधा को महिला स्वच्छता और सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और संबंधित अधिकारियों को नियमित सफाई एवं रखरखाव सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
साथ ही राजमहल प्रखंड कार्यालय परिसर में निर्माणाधीन इंदौर स्टेडियम के कार्य का भी जायजा लिया। स्थल पर मौजूद अभियंताओं से कार्य की प्रगति रिपोर्ट ली और कहा कि इस प्रकार की खेल अवसंरचना से स्थानीय युवाओं की प्रतिभा को प्रोत्साहन मिलेगा तथा उन्हें बेहतर प्रशिक्षण का अवसर प्राप्त होगा। डीसी ने अवर निबंधन कार्यालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने वहां की कार्यप्रणाली, अभिलेखों के रख – रखाव तथा आम जनता को दी जा रही सेवाओं का आकलन किया और अधिकारियों को आमजनों की सुविधा को सर्वोपरि रखने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने ने राजमहल प्रखंड में प्रस्तावित परिषदन भवन निर्माण के लिए चयनित स्थल का भी स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को योजना के प्रारंभिक खाके को शीघ्र तैयार करने तथा स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यह भवन न केवल प्रखंड प्रशासन को एक सुदृढ़ कार्यस्थल उपलब्ध कराएगा, बल्कि विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में भी गति लाएगा। निरीक्षण के क्रम में मॉडल कॉलेज मे वृक्षा – रोपण एवं कॉलेज पुस्तकालय, वाचनालय का उद्घाटन उपायुक्त के हाथों किया गया। इस अवसर पर राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी सदानंद महतो, भुमि संरक्षण पदाधिकारी राहुल गुप्ता सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी एवं कार्यकारी मौजूद थे। उन्होंने ने अधिकारियों से अपेक्षा की कि सभी कार्य पारदर्शिता और गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए समय पर पूर्ण किए जाएं, जिससे जिलेवासियों को योजनाओं का लाभ शीघ्र प्राप्त हो सके।