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रांची: रांची विश्वविद्यालय के अध्यक्ष अभिषेक शुक्ला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि राज्य में उच्च शिक्षा व्यवस्था की स्थिति भयावह है जिसका मुख्य कारण राज्य में शिक्षकों की भारी कमी है, शिक्षकों की कमी के कारण राज्य के छात्र छात्राए9ं एवं युवा वर्ग को उच्य शिक्षा प्राप्त करने में काफी मुश्किलों का सामान करना पड़ रहा है। वर्ष 2008 में राज्य सरकार द्वारा असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली के लिए वैकेंसी निकाली गई थी। उसके बाद लगभग 16 वर्ष बीत जाने के बाद आज तक राज्य सरकार द्वारा विश्वविद्यालय में शिक्षकों की बहाली के लिए वैकेंसी नहीं निकाली गई जबकि इस दौरान राज्य के सभी विश्वविद्यालय में हजारों की संख्या में शिक्षक रिटायर हुए हैं। परंतु खाली पड़े पदों को भरने में राज्य सरकार कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है इसका भुगतान राज्य के वैसे छात्र छात्राओं एवं युवाओं को भुगतना पर रहा है जो उच्य शिक्षा प्राप्त करने मे दिलचस्पी रखते हैं। 2018 में राज्य सरकार द्वारा लगभग 1100 पदों पर नियुक्ति के लिए विज्ञापन जारी किया गया । परंतु इसमें कुछ चुनिंदा विषय में ही बहाली हुई जब की बहुत सारे अभ्यर्थी अभी भी इंतजार की आस में है।
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राज्य के उच्च शिक्षा व्यवस्था को बदहाल करके रखा है। जिसकी झलक राज्य की शिक्षा व्यवस्था पर साफ-साफ दिखाई देती है। आगे अभिषेक शुक्ला ने कहा कि अगर जल्द ही शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया राज्य सरकार द्वारा शुरू नही किया गया तो छात्र आजसू चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होगी।