राज्य में सबसे ज्यादा ब्लड कैंसर का ट्रीटमेंट सदर अस्पताल में : सिविल सर्जन

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सिकल सेल एनीमिया एलिमिनेशन को लेकर निकली जागरूकता रैली
Sunil Verma
रांची: सिकल सेल एनीमिया एलिमिनेशन पर कार्यशाला सह प्रशिक्षण का आयोजन 9 वां वार्षिक ईस्टर्न हेमेटोलॉजी ग्रुप कांफ्रेंस के अंतर्गत होटल रेडिशन ब्लू शनिवार को किया गया। सिविल सर्जन डॉ प्रभात कुमार ने विभिन्न राज्य से आए हुए चिकित्सक एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मी को कार्यक्रम में शामिल होने हेतु धन्यवाद दिया। साथ ही कहा की रक्त विकार या रक्त से संबंधित किसी भी रोग एवं बीमारी में अर्ली डायग्नोसिस बहुत जरूरी है। जल्द पहचान करने के लिए समय पर मरीज का स्क्रीनिंग होना बहुत जरूरी है। इसी के माध्यम से हम बीमारी की पहचान कर पायेगे। हमेटोलॉजी से संबंधित बीमारी की रोकथाम करने के लिए इसे डिसेंट्रलाइज करना बहुत जरूरी है, साथ ही बचाव ही इन बीमारियों का रोकथाम है। राज्य में सबसे ज्यादा ब्लड कैंसर का ट्रीटमेंट सदर अस्पताल रांची में हो रहा है। वर्तमान में राज्य में अप्लास्टिक एनीमिया के मरीज भी काफी संख्या में बढ़ रहे हैं जिसका ट्रीटमेंट काफी महंगा है। हम प्रयास कर रहे हैं कि सदर अस्पताल रांची में इन बीमारियों का इलाज आयुष्मान योजना या मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना के तहत उपलब्ध करा सके ताकि लोगों को इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत ना पड़े। डॉ एच पति ने कहा कि डायग्नोसिस से ही सिकल सेल एनीमिया की पहचान की जा सकती है।प्रत्येक राज्य को सिकल सेल एनीमिया रोगियों के परीक्षण के लिए सर्वोत्तम उपलब्ध तकनीक का चयन करना चाहिए। सस्ते जांच में ना जाकर मरीज को सही एवं परफेक्ट तकनीक से जांच कराना चाहिए ताकि सही रिपोर्ट का पता चल सके। समय पर इसका पता नहीं चलने से मरीज को लाइफ लॉन्ग परेशानी का सामना करना पड़ सकता है ’ अर्ली एवं करेक्ट जांच के बेसिस पर ही इसका लाइफ लॉन्ग ट्रीटमेंट चलता है। हेमेटोलॉजिस्ट डॉ अभिषेक रंजन ने बताया कि सदर अस्पताल रांची में थैलेसीमिया मेजर के मरीज 1500 से भी ज्यादा है। एक ही माता-पिता के एक से ज्यादा बच्चे इस बीमारी से पीड़ित है । लोगों को जागरूक करके इन बीमारियों को रोका जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान महिला का एन्टीनेटल स्क्रीनिंग करके भी इसका पता लगाया जा सकता है एवं इसे बढ़ने से रोका जा सकता है। इसका कार्यशाला के माध्यम से हम सिकल सेल एनीमिया के मैनेजमेंट एवं रोकथाम साथ ही इसके बेहतर इलाज हेतु प्रशिक्षण लेकर बेहतर काम कर पायंगे ’ देशभर में से सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित 5 साल से कम उम्र के 25% बच्चों की मृत्यु हर साल होती है जिसे रोकना काफी जरूरी है। डॉ टी के दोलाई ने बताया कि रक्त विकार एक बहुत गंभीर समस्या है आज के दौर में रक्त से संबंधित बीमारी काफी तेजी से बढ़ रही है वही देश भर में रक्त विकार से संबंधित डॉक्टर की संख्या काफी कम है। सिकल सेल एनीमिया एक बहुत ज्वलंत समस्या है जिसका रोकथाम जरूरी है। समय पर पता चलने से इलाज के द्वारा इससे होने वाले परेशानियों को काम किया जा सकता है।
आज के कार्यक्रम में डॉ बीजू जॉर्ज, डॉ संजीव यादव, डॉ. हीरा प्रसाद डॉ आशीष रथ ,डॉ आर के जेना ,डॉ मैत्रीई भट्टचार्या ने रक्त विकार से संबंधित बीमारी एवं इससे संबंधित जटिलताओं के साथ ही रोकथाम पर अपनी अपनी बातें रखी साथ ही अन्य राज्यों से आए हुए चिकित्सक ने सिकल सेल एनीमिया के विभिन्न कंपोनेंट जैसे इसकी पहचान,कारण बचाव एवं रोकथाम इत्यादि पर चर्चा किया। सिकल सेल एनीमिया एलिमिनेशन कार्यक्रम के तहत रांची के मोराबादी मैदान में चिकित्सक,नर्स, स्वास्थ्य कर्मी एवं अठट स्कूल की छात्राओं के द्वारा जागरूकता रैली निकाली गई एवं लोगों को इसे लेकर जागरूक किया गया।