Kamesh Thakur
रांची: वाईबीएन विश्वविद्यालय के आईक्यूएसी और स्कूल आॅफ साइंस के सहयोग से शनिवार को कॉन्फ्रेंस हॉल में राष्ट्रीय गणित दिवस-वैदिक गणित और गणितीय मनोरंजन पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। एक दिवसीय कार्यशाला का उद्देश्य वैदिक गणित के आकर्षक क्षेत्र की खोज करके और इंटरैक्टिव और मजेदार गतिविधियों के माध्यम से गणित को और अधिक मनोरंजक बनाकर राष्ट्रीय गणित दिवस मनाना है। एक दिवसीय कार्यशाला की शुरूआत डॉ. कमलकांत पात्रा, सहायक रजिस्ट्रार एवं एचओडी वनस्पति विज्ञान विभाग के स्वागत भाषण से हुई। मुख्य वक्ता डॉ. ध्रुब कुमार ने वैदिक गणित की सुंदरता और अनुप्रयोगों पर अंतर्दृष्टि साझा किया और प्रतिभागियों को गणित सीखने को एक आनंददायक अनुभव बनाने के लिए डिजाइन की गई व्यावहारिक गतिविधियों में शामिल होने का अवसर दिया।
मौके पर बोलते हुए डॉ. ध्रुब कुमार ने कहा कि गणित हम सभी के जीवन का अभिन्न अंग है। सुबह उठने से लेकर सोने तक हम गणित का प्रयोग करते हैं। मानवता के विकास में इस विषय का बड़ा ही महत्व है। गणित के इस महत्व के बारे में लोगों को जागरूक करने व गणित का महत्व बताने के लिए हर साल 22 दिसंबर को राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है। इसकी शुरूआत 2012 को मद्रास विश्वविद्यालय से श्रीनिवास रामानुजन के जन्म की 125वीं वर्षगांठ पर की गयी थी। उनके लिखे हजारों समीकरण आज भी गणितज्ञों का मार्गदर्शन करते हैं। हमारा मानना है कि यह कार्यशाला सभी प्रतिभागियों के लिए एक मूल्यवान अनुभव मिला होगा, गणितीय कौशल को बढ़ाने और विषय के लिए गहरी सराहना को बढ़ावा देने के लिए सभी को धन्यवाद।
मौके पर वाईबीएन विश्वविद्यालय प्रशासन समिति की उपस्थिति के साथ साथ विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, स्कूल आॅफ साइंस के सभी सदस्य और शिक्षक एवं छात्र-छात्राए मुख्य रुप से उपस्थित थे।