रमजान,सरहूल और रामनवमी के त्योहार पर मुंतजीर अहमद रजा की खास अपील

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Mustafa Ansari

रांची : राजधानी रांची के ओरमांझी कुटे गांव निवासी सह पूर्व उप प्रमुख ओरमांझी प्रखंड मुंतजीर अहमद रजा ने एक बार फिर अमन,भाईचारे और मोहब्बत का संदेश दिया है। उन्होंने विशेष रूप से उलमा-ए-किराम(धार्मिक विद्वानों) से अपील की है कि रमजान, सरहूल और रामनवमी के पावन अवसर पर ओरमांझी समेत जिले भर में शांति,सौहार्द और भाईचारे को बनाए रखने के लिए पहल करें। उन्होंने ओरमांझी प्रखंड की गंगा-जमुनी तहजीब का हवाला देते हुए उलेमाओं से ईद की नमाज का समय को शुबह 8:30 से 9:00 बजे तक करने की गुजारिश की है,ताकि रमजान और सरहूल दोनों की रौनकें बरकरार रहें और किसी भी तरह का टकराव या अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो। ओरमांझी प्रखंड या राजधानी रांची को हमेशा से गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक माना जाता है। यहां हिंदू और मुस्लिम समुदाय मिल-जुलकर अपने त्योहारों को प्रेम और सौहार्द के साथ मनाते आए हैं। मुंतजीर अहमद रजा ने इसी परंपरा को बनाए रखने पर जोर दिया और कहा कि हमारा हिंदुस्तान दर्जनों धर्मो की बसाहट वाली दुनिया की इकलौती धरती व सैकड़ों संस्कृतिक रंग और परंपराओं से सजा एक देश है। जहां रमजान में राम समाहित और दीपावली में अली की मौजूदगी,महज लफ्जों तक नहीं,बल्कि भाईचारे सौहार्द आपसी मेलमिलाप और एक दूसरे की खुशियां बांटने के जमीनी वास्तविकता से जुड़ा हुआ है।। हमें किसी भी तरह के भ्रम,गलतफहमी या संदेह को बढ़ावा नहीं देना चाहिए।

उन्होंने मुस्लिम समुदाय से विशेष अपील करते हुए कहा कि तीनों पर्व खुशियां और प्यार बांटने का त्योहार है,इसे सभी को मिल-जुलकर मनाना चाहिए। मुंतजीर अहमद रजा ने अपने संदेश में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों से अपील की कि इस गौरव शाली इतिहास और परंपरा को निभाते हुए अपने-अपने धार्मिक त्योहारों को सौहार्द के साथ मनाएं। उन्होंने कहा कि भारत विविधता में एकता की मिसाल है और यही हमारी संस्कृति और परंपरा की सबसे बड़ी ताकत है। रमजान का महीना संयम,इबादत और दुआओं का वक्त होता है,वहीं सरहूल और रामनवमी खुशियों का पर्व है। तीनों त्योहारों का मकसद लोगों के बीच मोहब्बत,एकता और भाईचारे को बढ़ाना है। सभी लोग आपसी प्रेम और सौहार्द से इस अवसर को खास बनाएं। उन्होंने अंत में सभी से अनुरोध किया कि किसी भी तरह की अफवाहों से बचें,शांति बनाए रखें और त्योहारों को मिल-जुलकर मनाएं ताकि इसे पूरा देश अमन और भाईचारे की मिसाल पेश कर सके।