sunil Verma
रांची: यह चुनाव संविधान और आरक्षण हटाने की मंशा रखने वाले वाले लोगों तथा संविधान और आरक्षण को बचाने की लड़ाई लड़ने वाले इंडिया जनबंधन के बीच है। 1 जून को लोकसभा के लिए झारखंड की तीन सीटों पर होने वाले चुनाव में जनता पूरी तरह से संविधान और आरक्षण बढ़ाने की लड़ाई में इंडिया जनबंधन के साथ है। शांति और अहिंसा के मार्गदर्शक बापू के अस्तित्व को नकारने वाले प्रधानमंत्री का घमंड जनता अंतिम चरण के चुनाव में तोड़ेगी। राजमहल, दुमका, गोड्डा की सीटों पर जनता बहुमत से इंडिया जनबंधन के उम्मीदवारों को चुनकर लोकसभा में भेजेगी और संथाल परगना इलाके से भाजपा का सुपड़ा साफ करेगी। उक्त दावा करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि भाजपा ने जिस तरह साजिश के तहत इंडिया जनबंधन के दो कद्दावर नेताओं हेमंत सोरेन और आलमगीर आलम को जेल भेजा है उससे संथाल के लोगों में भारी आक्रोश है और यह आक्रोश संथाल के क्षेत्र में मतदान के रूप में देखने को मिलेगा। उन्होंने कहा कि झारखंड की 11 सीटों पर जनता ने अपना फैसला सुना दिया है और बाकी तीन सीटों को इंडिया जनबंधन की झोली में डालकर झारखंड की जनता चुनाव में इतिहास रचेगी। चुनाव के हर चरण में प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के बदले रूप को देखकर लोग हैरान हैं,चुनाव के प्रत्येक चरण को सांप्रदायिक बनाने की लगातार कोशिश भी उनकी नाकाम हो गई और अंतिम चरण के पूर्व वन नेशन वन चुनाव को लागू किए जाने का खुलासा करते हुए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री ने संविधान में बदलाव की मंशा को जाहिर कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी देश मे यूसीसी लागू करना चाहते हैं इसका व्यापक प्रभाव आदिवासी समुदाय सहित विभिन्न समुदायों एवं वर्गों पर पड़ेगा। भाजपा के संविधान में बदलाव और आरक्षण समाप्ति की नीति का कांग्रेस हर स्तर पर विरोध करती रहेगी। झारखंड में पूर्व के सरकारों में हुए घोटाले की जद में वर्तमान राज्य सरकार को लाकर कटकरे में खड़ा किया गया है, जबकि झारखंड की महागठबंधन सरकार ने विकास के नए आयाम इन 5 वर्ष में स्थापित किए हैं और जनहित के अनेकों योजना धरातल पर जारी है।