AMIT RANJAN
सिमडेगा: सोगड़ा चर्च परिसर में रविवार को प्रथम परम प्रसाद ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में कुल 85 बच्चों ने परम प्रसाद ग्रहण किया। मौके पर मिस्सा बलिदान पल्ली पुरोहित फा शीलबनुश केरकेट्टा की अगुवाई में चढ़ाया गया। उनका सहयोग फा पीयूष ने किया। फा सिलबानुश ने परम प्रसाद ग्रहण करने वालों को संदेश देते हुए प्रभु येसु की भक्ति करने में समय निकालने की अपील की। मौके पर उपस्थित जिप सदस्य जोसिमा खाखा ने कहा कि परम प्रसाद संस्कार पवित्र आत्मा के द्वारा विश्वासियों के जीवन में आशीष कृपा का वरदान देता है। कलीसिया के सात संस्कारों में से यह एक संस्कार है। सबसे पवित्र एवं मूल्यवान वरदान ख्रीस्त में विश्वास करना है। उन्होंने कहा कि सशक्त विश्वास से ही ख्रीस्त का जीवन मजबूत होता जाता है। बुराई एवं पापों से हमेशा संस्कार को दूषित नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रभु यीशु हमेशा संकट में विद्यामान रहते हैं। इसका अनुभव एवं दृढ़ विश्वास करने की आवश्यकता है। जोसिमा ने कहा कि विश्वास को तिरस्कार न करें। परम प्रसाद हमें अच्छे एवं पुण्य कार्य करने तथा पाप एवं गलत कार्य करने से रोकने की प्रेरणा देता है। मौके पर उर्मिला केरकेट्टा, लुसियन मिंज सही काफी संख्या में मसीही विश्वासी उपस्थित थे। जोसिमा ने परम प्रसाद ग्रहण करने वाले कई बच्चों के घर भी पहुंचकर उन्हें बधाई एवं आशीर्वाद दिया।