रांची: मिनी रत्न कंपनी सीएमपीडीआई ने आज संस्थान के खेल मैदान में 51वां कोल इंडिया एवं सीएमपीडीआई स्थापना दिवस समरोह पूरे उत्साह के साथ मनाया। समारोह की शुरूआत दीप प्रज्वलन और कॉरपोरेट गीत के गायन से हुआ। इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय रक्षा राज्यमंत्री श्री संजय सेठ ने अपने सम्बोधन में कहा कि 50 वर्ष पूरे करना कोल इंडिया और सीएमपीडीआई के लिए एक असाधारण उपलब्धि है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उच्च-गुण्पवत्ता वाला अनुसंधान एवं विकास और निरंतर नवाचार ने सीएमपीडीआई की इस उपलब्धि को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। उन्होंने उस तत्परता और समर्पण की भी सराहना की जिसके साथ सीएमपीडीआई अपने स्थापना के बाद से देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है।कोल इंडिया लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष और विशिष्ट अतिथि एन0सी0 झा ने सीएमपीडीआई के योगदान की प्रशंसा की और संस्था द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी को अधिक प्रभावी ढंग से अपनाने और उभरते परिदृश्य में प्रासंगिक बने रहने के लिए अपनी सेवाओं में विविधता लाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सीएमपीडीआई से खनन क्षेत्र में उभरते विशाल अवसरों को लाभ उठाने के लिए अपने व्यवसाय विकास विभाग को बढ़ाने और मजबूत करने पर बल दिया।सीएमपीडीआई के पूर्व अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक मनोज कुमार ने कहा कि सीएमपीडीआई को अपनी सेवाओं को राष्ट्र के विकसित भारत के दृष्टिकोण और उसके नेट-जीरो लक्ष्यों के अनुरूप बनाना होगा। उन्होंने आगे कहा कि सीएमपीडीआई देश की बढ़ती ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए उभरते अवसरों का लाभ उठाने के लिए पूरी तरह तैयार है। सीएमपीडीआई के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक एवं ईसीएल के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक श्री सतीश झा ने अपने सम्बोधन में पिछले एक वर्ष में सीएमपीडीआई की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और कहा कि तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य में प्रासंगिक बने रहने के लिए, सीएमपीडीआई को अब कोयले के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी तेजी से विविधता लानी होगी। इसे क्रिटिकल रेयर अर्थ एलीमेंट (आरईई), स्वच्छ ऊर्जा समाधानों के क्षेत्र में आगे बढ़ने और उत्पादकता एवं दक्षता बढ़ाने के लिए एआई/एमएल और स्मार्ट माइनिंग जैसी उन्नत तकनीकों को अपनाने की आवश्यकता है। यह रणनीतिक परिवर्तन केवल एक अवसर ही नहीं, बल्कि आने वाले दशकों में अपने नेतृत्व और नवाचार को बनाए रखने के लिए सीएमपीडीआई के लिए एक आवश्यकता भी है। श्री सेठ ने अन्य विशिष्ट गणमान्य व्यक्तियों के साथ मिलकर सीएमपीडीआई के विभागों और क्षेत्रीय संस्थानों को वर्ष 2024-25 के दौरान विभिन्न परिचालन क्षेत्रों में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कॉर्पोरेट पुरस्कार प्रदान किए। सीएमपीडीआई के क्षेत्रीय संस्थान-5, बिलासपुर को सर्वश्रेष्ठ क्षेत्रीय संस्थान का पुरस्कार मिला। सर्वश्रेष्ठ ड्रिलिंग कैंप (हाइड्रोस्टेटिक श्रेणी) का पुरस्कार सिंगरौली कैम्प, आरआई-6, सिंगरौली को मिला जबकि सर्वश्रेष्ठ ड्रिलिंग कैम्प (मैकनिकल श्रेणी) का पुरस्कार तालचर कैम्प, आरआई-7, भुवनेश्वर को उनकी असाधारण उपलब्धियों के लिए प्रदान किया गया। परामर्श पुरस्कार श्रेणी में सीएमपीडीआई (मुख्यालय) के ओपनकास्ट विभाग को वर्ष 2024-25 के दौरान बाह्य परामर्श सेवाओं का हाईएस्ट वैल्यू प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया जबकि गवेषण विभाग को विवेच्य अवधि में सबसे अधिक संख्या में ग्राहकों की सेवा करने के लिए मान्यता प्राप्त हुई। पर्यावरण प्रयोगशाला सेवाओं की श्रेणी में क्षेत्रीय संस्थान-5, बिलासपुर को पर्यावरण निगरानी और प्रयोगशाला प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए पुरस्कार प्राप्त हुआ। वहीं, ब्लास्टिंग सहित अन्य प्रयोगशाला सेवाओं के लिए क्षेत्रीय संस्थान-7, भुवनेश्वर को पुरस्कार मिला।क्षेत्रीय संस्थान-3, रांची को जियोमेटिक्स सेवाओं में उच्चतम प्रतिशत राजस्व/बिक्री वृद्धि और वर्ष 2024-25 में समग्र राजस्व/बिक्री वृद्धि के लिए पुरस्कार मिला। सर्वश्रेष्ठ माइन प्लानिंग एवं डिजाइन विभाग को पुरस्कार ओपनकास्ट डिविजन, सीएमपीडीआई (मुख्यालय) को मिला।सीएसआर पुरस्कार श्रेणी में सीएमपीडीआई रांची को वर्ष 2024-25 के दौरान सीएसआर बजट के अधिकतम उपयोग के लिए पुरस्कार मिला। इसके अतिरिक्त, क्षेत्रीय संस्थान-7-भुवनेश्वर को सीएसआर श्रेणी में कुल व्यय के सापेक्ष उच्चतम विषयगत व्यय के लिए पुरस्कार प्राप्त हुआ।
