Eksandeshlive Desk
रांची : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के निधन पर प्रदेश के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और झारखंड मुक्ति मोर्चा समेत सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने शोक जताया है। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपने शोक संदेश में कहा कि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी का निधन अत्यंत दुखद व पीड़ादायक है। वे जनजातीय अस्मिता और अधिकार के सशक्त स्वर थे। राजनीतिक और सामाजिक जगत में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। शोकाकुल परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना।
शिबू सोरेन का जाना झारखंड के लिए एक अपूरणीय क्षति : झारखंड में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शिबू सोरेन के निधन को अपूरणीय क्षति बताया। उन्होंने कहा कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं झामुमो के संरक्षक शिबू सोरेन के निधन का समाचार अत्यंत दुःखद है। उनका जाना झारखंड के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मैं ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को यह दुःख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। उल्लेखनीय है कि शिबू सोरेन का सोमवार को दिल्ली में इलाज के दौरान निधन हो गया। दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांसें ली। तबीयत खराब होने के बाद उन्हें इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया था। जहां उनकी तबीयत और भी खराब हो गई। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। उनके किडनी में इंफेक्शन हो गया था। उनको ब्रोंकाइटिस भी डिटेक्ट हुआ था। सर गंगाराम अस्पताल में नेफ्रोलॉजी (गुर्दे (किडनी) के रोगों और उनकी कार्यप्रणाली से संबंधित विभाग) विभाग के प्रमुख डॉ. एके भल्ला ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उन्हें यह बताते हुए दुख हो रहा है कि शिबू सोरेन जी को लंबी बीमारी के बाद आज सुबह 8: 56 बजे मृत घोषित कर दिया गया।
गुरुजी भले नहीं रहें लेकिन उनकी विचारधारा रहेगी हमेशा जीवित : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने झामुमो के संस्थापक संरक्षक और दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन को हिमालय के स्खलन की उपमा देते हुए अपूरणीय क्षति बताया है। भट्टाचार्य ने कहा कि गुरुजी भले ही शारीरिक रूप से अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी विचारधारा और शिक्षाएं हम सभी के लिए एक मजबूत प्रेरणा स्तम्भ के रूप में हमेशा हमेशा जीवित रहेंगी। उन्होंने कहा कि गुरुजी का जीवन एक सतत संघर्ष की मिसाल रहा। उन्होंने हमेशा धारा के विपरीत जाकर सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ी और कभी पराजित नहीं हुए। उनके संघर्ष से आदिवासी, मूलवासी, दलित, शोषित, मजदूर, किसान और महिलाएं जागरूक होकर अपने अधिकारों के लिए खड़ी हुईं। भट्टाचार्य ने कहा कि गुरुजी ने अज्ञानता के खिलाफ शिक्षा, शोषण के खिलाफ संघर्ष, और सम्मानजनक जीवन के लिए जुझारू मार्ग दिखाया।
दिशोम गुरु हमारे पिता तुल्य पथप्रदर्शक थे : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक और झारखंड के प्रणेता दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर झामुमो के केंद्रीय महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने गहरी संवेदना प्रकट करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है। विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि झारखंड की आत्मा आज शोकाकुल है। दिशोम गुरु, हमारे पिता तुल्य पथप्रदर्शक थे। आदिवासी चेतना के प्रतीक आदरणीय शिबू सोरेन का निधन एक युग के अंत जैसा है। उन्होंने न केवल झामुमो की नींव रखी, बल्कि एक समतामूलक और स्वाभिमानी झारखंड की कल्पना को साकार किया। उन्होंने कहा कि आज जब वे हमारे बीच नहीं हैं, तो यह केवल एक नेता का जाना नहीं, बल्कि हमारे संघर्ष की जीवित आत्मा का पृथ्वी से विलीन हो जाना है। वे हमारे लिए संगठनकर्ता, विचार पुरुष, मार्गदर्शक और अपनेपन का दूसरा नाम थे। उन्होंने हमें सिखाया कि राजनीति लोगों की सेवा का माध्यम है और समाज के अंतिम व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा सबसे बड़ा धर्म है। उनकी सादगी, सिद्धांतवाद और संघर्ष की भावना आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा है। विनोद पांडेय ने कहा कि झामुमो परिवार उन्हें कभी भुला नहीं सकता। उनके अधूरे सपनों को पूरा करना ही अब हमारा सबसे बड़ा कर्तव्य है। झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से हम उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा, वीर दिशोम गुरु शिबू सोरेन अमर रहें।
दिशाेम गुरु के निधन से पूरे झारखंड को अपूरणीय क्षति : भाकपा के राज्य कार्यालय में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन को लेकर सोमवार को पार्टी के मेन रोड स्थित राज्य कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। श्रद्धांजलि सभा में पार्टी के राज्य सचिव महेंद्र पाठक, राष्ट्रीय परिषद के सदस्य पीके पांडे, जिला सचिव अजय कुमार सिंह, वरिष्ठ नेता बाबूलाल झा, प्रोफेसर अली अंसारी, इम्तियाज़ खान, मजदूर नेता लालदेव सिंह सहित अन्यन ने उन्हेंष भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर पार्टी नेताओं ने कहा कि शिबू सोरेन ने भाकपा से ही राजनीति की शुरुआत की थी और और फिर बाद में उन्होंने झामुमो का गठन किया था। पार्टी नेताओं ने कहा कि गुरुजी ने अपने राजनैतिक गुरु मजरूल हसन खान और पूर्व रामगढ़ विधायक के नेतृत्व में झारखंड की महाजनी प्रथा के खिलाफ आंदोलन चलाया था। उनके जाने से झारखंड के अमन पसंद, शोषित, पीड़ित और दलित सभी दुखित हैं। वहीं इसके पूर्व भाकपा कार्यालय में गुरूजी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। मौक पर पार्टी नेताओं ने कहा कि वे गुरूजी के अधूरे सपने जल, जंगल और जमीन की हिफाजत के लिए पार्टी संघर्ष करेगी।
दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर कोड़ा दंपती ने जताया शोक : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके असामयिक निधन पर झारखंड के प्रमुख नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त करते हुए इसे राज्य और विशेष रूप से आदिवासी समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया है। पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शिबू सोरेन का जाना केवल झारखंड की राजनीति के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गहरी क्षति है। उन्होंने अपना पूरा जीवन आदिवासी समाज और गरीबों के अधिकारों के लिए समर्पित किया। उनकी सरलता, संघर्षशीलता और दूरदर्शिता हम सभी के लिए सदैव प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी। भाजपा के पश्चिमी सिंहभूम जिला अध्यक्ष संजय पांडे ने भी अपने शोक संदेश में कहा कि शिबू सोरेन का राजनीतिक और सामाजिक योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि उनका जीवन एक आदर्श था। उनके विचार और सेवा भाव आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे। मैं दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को संबल देने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं। वहीं, पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने भी शोक जताते हुए कहा कि शिबू सोरेन का निधन पूरे देश, विशेषकर आदिवासी समाज के लिए अत्यंत पीड़ादायक है। उन्होंने कहा, “समाज ने एक सच्चा अभिभावक खो दिया है। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति और शोकाकुल परिजनों को इस कठिन समय में धैर्य और शक्ति प्राप्त हो। शिबू सोरेन के निधन से झारखंड की राजनीति और सामाजिक चेतना को जो धक्का लगा है, उसकी भरपाई निकट भविष्य में संभव नहीं दिखती।
गुरुजी के निधन से पूरा झारखंड शोकाकुल : दिशोम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर राजद के प्रदेश महासचिव कैलाश यादव ने गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने सोमवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर शाेक प्रकट करते हुए कहा कि राज्य निर्माण के अगुआ संघर्ष और आंदोलन के जीवंत प्रतीक गुरुजी शिबू सोरेन का निधन होने से पूरा झारखंड शोकाकुल है। उन्होंने गुरुजी के साथ एक पुरानी तस्वीर साझा कर कहा कि उनका गुरुजी से निजी लगाव रहा। यादव ने कहा कि उनके जन्मदिन पर अक्सर हम बधाई देने जाते थे जब वे 2005 में मुख्यमंत्री थे तो मुझे बुलाकर बात किया करते थे। यादव ने कहा कि हम दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं और पार्टी की ओर से उन्हेंम भावपूर्ण नमन करते हुए गुरूजी के प्रति विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।