सोनवर्षा आरईओ रोड से आईटीआई जाने वाली सड़क हुआ कीचड़ में तब्दील

360° Ek Sandesh Live

अजय राज
प्रतापपुर(चतरा): जिस मॉनसून का इंतेज़ार किसान तो किसान आम लोग भी बेसब्री से किया करते थे वहीं मॉनसून इस बार किसानों के लिए हीं नहीं बल्कि आम जन मानस के लिए भी परेशानी का सबब बन कर आया है।अत्यधिक बारिश के कारण प्रखंड के कई गांव टापू बन गए हैं वहीं गांव घर के कई सड़के जो वर्षों से कच्ची सड़क से पीसीसी सड़कों में तब्दील होने की बाट जोह रही है वो आज तक पीसीसी तो नहीं बन पाई हां इस बरसात में कीचड़ और तालाब में जरूर बदल गई हैं। ऐसा हीं नजारा इन दोनों सोनवर्षा देवी मंडप मंदिर से भुगड़ा आईटीआई जाने वाली लगभग एक किलोमीटर लंबी सड़क की देखी जा सकती है। इस कच्ची सड़क से होकर लगभग दो सौ घरों के परिवार हर दिन आवाजाही करते हैं। चाहे बभने पंचायत सचिवालय हो या प्रखंड मुख्यालय आना जाना हो लोगों को इसी कीचड़ भरे तथा पानी भरे गढ़े के रास्ते से होकर जाना होता है ऐसे में स्कूल जाने वाले बच्चों सहित बड़े-बुजुर्ग एवं महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गांव के लोगों में नरेश भारती, मोहन दास, संजय साव, शिवरतन दास, मनोज यादव , दिनेश दास, मनोज बैगा , गणेश बैगा, सोहराई बैगा आदि ने बताया कि बरसात के दिनों में यहां के लोगों को सड़क पर चलना दूभर हो जाता है वहीं बीमार पड़ने पर लोगों को जैसे तैसे मोटर साइकिल आदि या खाट पर लाद कर ले जाना पड़ता है सबसे ज्यादा परेशानी तो गर्भवती महिलाओं को होती है जहां एम्बुलेंस सेवा भी पहुंचना दुर्लभ है। यहां ये भी बताना जरूरी है कि इसी भुगड़ा गांव में कई आदिम जनजाति बैगा परिवार भी रहते हैं जो सड़क, बिजली, पीने का स्वच्छ पानी मेडिकल सुविधा सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं से आज तक वंचित है जहां आज भी किसी इमरजेंसी की स्थिति में एम्बुलेंस तक ले जाना मुश्किल है। हालांकि सरकार और उनके रहनुमा जरूर ये खोखले दावे करते हैं कि लुप्तप्राय आदिम जनजाति के लोगों को सभी तरह की बुनियादी एवं जरूरी सुविधा मुहैया कराई जा रही है मालूम हो कि यह रास्ता कोई आम रास्ता नहीं है बल्कि इसी रास्ते से आगे चलकर लगभग एक किलोमीटर अंदर जंगल में झारखंड सरकार के द्वारा बच्चों को तकनीकी शिक्षा प्रदान करने हेतु करोड़ों रुपए खर्च कर आईटीआई संस्थान का निर्माण किया गया है।क्या कहते हैं पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि इस बारे में बभने पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अविनाश कुमार का कहना है कि विधान सभा चुनाव से पूर्व हीं डीएमएफटी मद से पीसीसी पथ निर्माण हेतु उक्त सड़क की नापी आदि कराकर ग्राम सभा के मध्यम से एक प्रस्ताव बनाकर जिला में भेजा गया था परंतु अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुआ। चूंकि सड़क की लंबाई लगभग एक किलोमीटर है अतः मुखिया मद से इसको बनाना संभव नहीं है वैसे हम दोबारा इस सड़क के पीसीसी निर्माण हेतु प्रस्ताव बनाकर जिला भेजे हैं। वहीं ग्रामीणों ने जिला प्रशासन सहित राज्य सरकार से जल्द पीसीसी सड़क बनाए जाने की मांग की है ताकि लोगों की परेशानी को दूर किया जा सके।।

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