Eksandeshlive Desk
रांची : उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफ़े पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सह मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने कहा कि सोमवार की दोपहर उपराष्ट्रपति ने राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति की अध्यक्षता की। इस बैठक में सदन के नेता जेपी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू सहित ज़्यादातर सदस्य मौजूद थे। थोड़ी देर की चर्चा के बाद तय हुआ कि समिति की अगली बैठक शाम होगी। सिन्हा ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि शाम में धनखड़ की अध्यक्षता में समिति के सदस्य दोबारा बैठक के लिए इकट्ठा हुए। सभी नड्डा और रिजिजू का इंतज़ार करते रहे, लेकिन वे नहीं आए।
सिन्हा ने कहा कि सबसे हैरानी की बात यह थी कि धनखड़ को व्यक्तिगत रूप से यह नहीं बताया गया कि दोनों मंत्री बैठक में नहीं आएंगे। स्वाभाविक रूप से उन्हें इस बात का बुरा लगा और उन्होंने बीएसी की अगली बैठक मंगलवार के लिए टाल दी। इससे साफ है कि इस दौरान ज़रूर कुछ गंभीर बात हुई है। इसकी वजह से जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू ने जानबूझकर शाम की बैठक में हिस्सा नहीं लिया और बेहद चौंकाने वाला कदम उठाते हुए पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। उन्होंने इसकी वजह अपनी सेहत को बताया है। हमें इसका मान रखना चाहिए। लेकिन सच्चाई यह भी है कि इसके पीछे कुछ और गहरे कारण हैं। धनखड़ ने हमेशा 2014 के बाद के भारत की तारीफ़ की, लेकिन साथ ही किसानों के हितों के लिए खुलकर आवाज़ उठाई। उन्होंने सार्वजनिक जीवन में बढ़ते अहंकार की आलोचना की और न्यायपालिका की जवाबदेही और संयम की ज़रूरत पर ज़ोर दिया।