नियुक्ति प्रक्रिया की धज्जी उड़ा रहा है रांची विश्वविद्यालय प्रशासन: अभिषेक शुक्ल

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रांची : अखिल झारखंड छात्र संघ (आजसू) ने 2022 में रांची विश्वविद्यालय में हुए अतिथि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर हुई धांधली को लेकर राज भवन को पत्र लिखकर पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। मौके पर मौजूद रांची विद्यालय के अध्यक्ष अभिषेक शुक्ला ने कहा के अतिथि शिक्षक नियुक्ति 2022 प्रक्रिया में भारी पैमाने पर विश्वविद्यालय द्वारा सारे नियम कायदे कानून को ताख पर रखकर अपने चहेतो को अतिथि शिक्षक के पद पर विश्वविद्यालय प्रशासन में नौकरी दी। उन्होंने कहा कि 2022 अतिथि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया में किसी भी विषय में मेरिट लिस्ट का पालन नहीं किया गया है जिसका जीता जागता उदाहरण इतिहास विषय का मेरिट लिस्ट, पॉलिटिकल साइंस विषय का मेरिट लिस्ट, केमिस्ट्री का मेरिट लिस्ट, कॉमर्स का मेरिट लिस्ट है। इतिहास विषय के मेरिट लिस्ट में 29 नंबर पर चयनित शिक्षक को अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया । जबकि उसके ऊपर के मेरिट रैंक मे चैनित शिक्षक पिछले 1 साल से विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें हर एक बार कोई ना कोई नया बहाना बनाकर इस मामले को टालने का प्रयास किया जा रहा है। ठीक इसी प्रकार पॉलिटिकल साइंस विषय में मेरिट लिस्ट में पांच नंबर पर चयनित शिक्षक को अभी तक जॉइनिंग नहीं मिला परंतु 18 और 19 नंबर पर चयनित शिक्षक को नियुक्ति दे दी गई पांच नंबर पर चयनित शिक्षक ने इसकी शिकायत राजभवन में की उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उन्हें कहा गया कि आप जाकर बीएस कॉलेज लोहरदगा में ज्वॉइन करें लेकिन जब वह ज्वाइन करने के लिए पहुंचे तो उससे पहले ही वहां किसी और को जॉइनिंग दे दिया गया। केमिस्ट्री विषय में मेरिट लिस्ट के पहले पायदान पर चयनित शिक्षक के जगह 11 में पायदान पर चयनित शिक्षक को अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्त कर दिया गया जबकि मेरिट लिस्ट में पहले नंबर पर जो शिक्षक का चयन हुआ था उसने इनका कई बार विरोध किया परंतु विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें आज तक नियुक्ति नहीं दी वह शिक्षक आज भी विश्वविद्यालय का चक्कर काट रहा है। कॉमर्स विषय में मेरिट लिस्ट के अनुसार 29 नंबर के शिक्षक को नियुक्ति दे दी गई जबकि उससे पहले मेरिट लिस्ट में मौजूद कई शिक्षक आज भी विश्वविद्यालय के चक्कर काट रहे हैं परंतु उन्हें आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिल रहा। अभिषेक शुक्ला ने आगे कहा इन सभी मामलों से यह साफ होता है 2022 में रांची विश्वविद्यालय द्वारा अतिथि शिक्षक की नियुक्ति में घोर अनियमितता एवं धांधली हुई है जिसका जीता जागता सबूत या चार उदाहरण है , यहां तक की विश्वविद्यालय प्रशासन ने यूजीसी के शिक्षक नियुक्ति नियमावली की भी अनदेखी की गई है।
अभिषेक शुक्ला राज्यपाल सह कुलाधिपति से आग्रह करते हुए कहा की 2022 अतिथि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया को अभिलंब रद्द करने का निर्देश राज भवन द्वारा जारी किया जाए और रांची विश्वविद्यालय प्रशासन एवं रांची विश्वविद्यालय के कुलपति से इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा जाय।