यूसीसी से सभी के अधिकारों का हनन, लागू नहीं होने देंगे : बंधु तिर्की

360° Ek Sandesh Live Politics


sunil Verma
रांची: झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि समान नागरिक संहिता (यूसीसी) से सभी के अधिकारों का हनन होगा और इसे किसी भी हाल में लागू नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि देश की संस्कृति और संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। श्री तिर्की ने कहा कि अबकी बार का लोकसभा चुनाव अपने खेत-खलिहान, जंगल-जमीन, संविधान और प्रकृति-संस्कृति को बचाने वाला चुनाव है। उन्होंने कहा कि अभी थोड़ी-सी भी लापरवाही घातक हो सकती है और यह लड़ाई केवल सुखदेव भगत या कांग्रेस पार्टी की नहीं बल्कि अपने देश को बचाने के लिये लड़ा जा रहा है। बेड़ो के महादानी मैदान में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए श्री तिर्की ने कहा कि लोकसभा का चुनाव आम आदमी की अपनी संविधान के प्रति प्रतिबद्धता और समर्पण के साथ ही अपनी संस्कृति, आपसी एकजुटता और सद्भाव को बचाने की भी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, केवल और केवल मुद्दों पर आगे बढ़ते हुए 30 लाख खाली सरकारी पदों को भरने के अलावा, महालक्ष्मी योजना में प्रत्येक परिवार की महिला को एक लाख रुपये प्रति वर्ष देने, प्रत्येक युवा को अप्रेंटिसशिप के साथ ही एक लाख रुपये प्रति वर्ष देने, स्वास्थ्य बीमा की राशि को बढ़ाकर 25 लाख रुपये तक का इलाज फ्री में करवाने के मुद्दे के साथ लड़ रही है. जबकि भारतीय जनता पार्टी धार्मिक उन्माद भड़काकर और हिंदू-मुस्लिम का अपना पुराना तराना छेड़कर चुनाव जीतना चाहती है लेकिन झारखण्ड के साथ ही देश के लोग भी उसकी मंशा को कभी भी सफल नहीं होने देंगे. श्री तिर्की ने कहा कि मोदी सरकार को हटाना बहुत जरूरी है और लोगों को यह बताने की जरूरत है कि वन संरक्षण, भूमि अधिग्रहण, पेसा कानून, पांचवी अनुसूची, सूचना का अधिकार जैसे लोगों के अधिकारों से जुड़े प्रत्येक कानून को बनाने का श्रेय कांग्रेस पार्टी को ही जाता है. लेकिन भाजपा सरकार वन संरक्षण, वन अधिकार कानून, भूमि अधिग्रहण कानून जैसे कानूनों को कमजोर कर आदिवासियों के हित के साथ खिलवाड़ कर रही है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि पहले यह सरकार केवल भाजपा और आरएसएस की थी लेकिन अब यह केवल दो लोगों की मर्जी से पूंजीपतियों और उद्योगपतियों के इशारे पर काम कर रही है और इसे कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कारण विशेष रूप से आदिवासियों, दलितों, हरिजन, अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक को आदि को बहुत अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। कोई भी खुशहाल नहीं है क्योंकि महँगाई और बेरोजगारी का दंश सभी को झेलना पड़ रहा है. के साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यकों के साथ ही सभी लोग अपने अधिकारों के लिये किसी भी सीमा तक जाने को तैयार हैं।